आज से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र में सरकारी पक्ष कई अहम विधेयकों को पारित कराने की दिशा में आगे बढ़ेगा। सरकार विधायी कामकाज को सुचारू रूप से चलाने के लिए तत्पर है। दूसरी ओर, प्रमुख विपक्षी दल चुनावी rolls के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की गंभीर वायु प्रदूषण की समस्या जैसे मुद्दों पर सरकार से जवाब तलबी कर सकते हैं।
विपक्ष के ‘वोट चोरी’ के आरोपों और दिल्ली में हाल ही में हुए विस्फोट जैसी घटनाओं का भी सत्र में उठने की प्रबल संभावना है।
सत्र के सुचारू संचालन और विभिन्न मुद्दों पर आम सहमति बनाने के उद्देश्य से, सरकार ने रविवार को एक सर्वदलीय बैठक आयोजित की थी, जिसमें 36 पार्टियों के 50 वरिष्ठ नेता शामिल हुए।
कांग्रेस पार्टी ने भी सत्र के लिए अपनी रणनीति तैयार की है। रविवार शाम को पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के निवास पर हुई बैठक में मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी समेत कई प्रमुख नेता उपस्थित थे।
यह शीतकालीन सत्र 19 दिसंबर तक चलेगा।
