डोनाल्ड ट्रम्प, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति, ने वर्तमान प्रशासन की आप्रवासन नीतियों पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा है कि वे देश को असुरक्षित बना रहे हैं। उनकी यह आलोचना हाल ही में व्हाइट हाउस के निकट हुई उस दुर्भाग्यपूर्ण गोलीबारी की घटना के बाद आई है, जिसमें दो राष्ट्रीय गार्ड सदस्यों की जान चली गई। आरोप है कि हमलावर एक अफगान नागरिक था। ट्रम्प ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में बाइडेन, हैरिस और DHS सचिव मेयार्कस को निशाने पर लेते हुए कहा, “कोई भी, कहीं से भी बिना किसी जांच के आ रहा है, और यह हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए सीधा खतरा है।”
गृह सुरक्षा विभाग (DHS) ने भी इस मामले पर चिंता व्यक्त की है। विभाग ने बाइडेन प्रशासन पर राष्ट्र के प्रति ‘अत्यधिक लापरवाही’ का आरोप लगाया। DHS की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, “हम मानते हैं कि जिस व्यक्ति ने यह घृणित कार्य किया, उसे इस देश में प्रवेश ही नहीं मिलना चाहिए था। यह बाइडेन प्रशासन की नीतियों का सीधा परिणाम है। इस गंभीर सुरक्षा चूक को देखते हुए, हमने अफगान नागरिकों से संबंधित आप्रवासन के सभी लंबित आवेदनों पर तत्काल रोक लगा दी है और व्यापक समीक्षा का आदेश दिया है।”
DHS की सचिव क्रिस्टी नोएम ने इस घटना की व्यक्तिगत जिम्मेदारी बाइडेन प्रशासन पर डाली। उन्होंने कहा, “यह बेहद दुखद है कि हमारे बहादुर सैनिकों को अपनी जान गंवानी पड़ी। इस व्यक्ति का अमेरिका में आने का पूरा सिलसिला जो बाइडेन के प्रशासन के तहत शुरू हुआ। जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, हम किसी भी आप्रवासी के आवेदन को स्वीकार नहीं कर सकते।” इस घटना में स्पेशलिस्ट सारा बेकस्ट्रॉम की मौत हो गई और स्टाफ सार्जेंट एंड्रयू वोल्फ घायल हो गए। गिरफ्तार आरोपी लकानवाल 2021 में अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों के साथ आए अफगान नागरिकों के पुनर्वास कार्यक्रम के तहत अमेरिका आया था। वह विशेष अफगान इकाई का सदस्य था जिसने अमेरिकी सेना के साथ मिलकर काम किया था। हालांकि, रिपोर्टों से पता चलता है कि वह अमेरिका में बसने के संघर्षों का सामना कर रहा था।
