दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप होने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम की चारों ओर आलोचना हो रही है। इस बीच, दिग्गज भारतीय गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन ने टीम के बल्लेबाजों की तकनीक और मानसिकता पर गंभीर सवाल उठाए हैं। अश्विन के अनुसार, भारतीय बल्लेबाजों में ‘Zero Intent’ या कोई इरादा ही नहीं दिखा, खासकर दबाव में।
नई दिल्ली: दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट सीरीज गंवाने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम की खूब किरकिरी हो रही है। दो टेस्ट मैचों में मिली हार के बाद टीम पर सवालों की बौछार हो रही है। इस सीरीज में टीम इंडिया के बल्लेबाजों का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा, एक भी शतक न लगना इस बात का प्रमाण है कि टीम बल्लेबाजी में बुरी तरह विफल रही।
रविचंद्रन अश्विन ने इस हार के पीछे के कारणों पर प्रकाश डाला है। उन्होंने खास तौर पर युवा खिलाड़ी साई सुदर्शन के डिफेंस और आक्रामकता की कमी पर चिंता जताई। अश्विन ने कहा, “जब कोई खिलाड़ी असुरक्षित महसूस करता है, तो वह अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकता।” उन्होंने साई सुदर्शन के आउट होने के तरीके का जिक्र करते हुए कहा, “सेनुुरन मुथुसामी जब गेंदबाजी कर रहे थे, तब साई सुदर्शन ने फुल टॉस गेंदों को भी चौके के लिए नहीं मारा। उन्होंने गेंद को अंदर खेलने की कोशिश की और स्लिप में कैच दे बैठे। उनके डिफेंस में कोई इरादा नजर नहीं आया। यह एक बड़ी कमी है।” अश्विन ने इसे तकनीकी या सामरिक भूल करार दिया।
भविष्य के लिए सुधार के सुझाव देते हुए, अश्विन ने भारतीय घरेलू क्रिकेट की संरचना पर भी बात की। उन्होंने सुझाव दिया कि युवा खिलाड़ियों को अधिक से अधिक टर्निंग पिचों पर खेलने का अनुभव मिलना चाहिए। “अगर आप टर्निंग पिचों पर खेलना सीखते हैं, तो आप अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्पिनरों का सामना करने के लिए तैयार होंगे।” अश्विन ने कहा, “घरेलू क्रिकेट में सुधार की आवश्यकता है। आईपीएल की सफलता को टेस्ट की सफलता से नहीं जोड़ा जा सकता। टेस्ट क्रिकेट के लिए अलग मापदंड और तैयारी होनी चाहिए।”
