दिल्ली के बहुचर्चित लाल किला कार बम विस्फोट मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए सातवें आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। फरीदाबाद निवासी सोयब नामक इस व्यक्ति पर आरोप है कि उसने आत्मघाती हमलावर उमर उन नबी को 10 नवंबर को हुए दिल्ली आतंकी धमाके से ठीक पहले अपने घर में पनाह दी थी। NIA ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि सोयब ने हमले को अंजाम देने वाले को लॉजिस्टिक सपोर्ट भी मुहैया कराया था।
इस भीषण आतंकी हमले में 13 लोगों की दुखद मृत्यु हुई थी और लगभग 20 से अधिक लोग घायल हुए थे। जांच एजेंसियों ने इस घटना को एक संगठित ‘व्हाइट-कॉलर आतंकी मॉड्यूल’ का काम पाया है, जिसके तार पाकिस्तान में बैठे जैश-ए-मोहम्मद (JeM) से जुड़े हुए हैं।
**हमलावर और उसके मददगार**
मृतक आत्मघाती हमलावर, उमर उन नबी, की पहचान फरीदाबाद के अल फलाह विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर के रूप में हुई थी। सोयब की गिरफ्तारी के साथ ही इस मामले में अब तक सात लोगों को पकड़ा जा चुका है। इन गिरफ्तार लोगों में उमर के विश्वविद्यालय के ही कुछ पूर्व सहयोगी, जैसे शाहीन सईद, मुजम्मिल शकील और अदील राथर भी शामिल हैं, जो कथित तौर पर इस आतंकी मॉड्यूल का हिस्सा थे।
**विस्तृत जांच जारी**
NIA ने बताया कि जैश-ए-मोहम्मद के सदस्य भारत के विभिन्न बड़े शहरों में सुनियोजित आतंकी हमलों की श्रृंखला को अंजाम देने की फिराक में थे। एजेंसी इस आतंकी साजिश का पर्दाफाश करने और इसमें शामिल सभी अन्य व्यक्तियों की पहचान करने के लिए लगातार कई राज्यों में तलाशी अभियान चला रही है। NIA का मुख्य लक्ष्य हमले की योजना बनाने, धन मुहैया कराने और उसे क्रियान्वित करने में शामिल सभी लोगों को गिरफ्तार करना है। एजेंसी इस धमाके के पीछे की पूरी साजिश का पता लगाने के लिए हर कड़ियां जोड़ रही है।
