भू-माफियाओं द्वारा सरकारी गैरमंजरुआ जमीन पर किए जा रहे अवैध कब्जे का मामला प्रकाश में आया है। जानकारी के अनुसार, कुछ शातिर लोग जेसीबी मशीन का इस्तेमाल कर इस जमीन को समतल करने और उस पर अपनी मालिकाना हक जमाने की कोशिश कर रहे थे। यह हरकत सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और जनता के हक पर डाका डालने के समान थी।
स्थानीय उप-विभागीय मजिस्ट्रेट (CO) को जब इस अनधिकृत खुदाई की सूचना मिली, तो वे फौरन अपने अमले के साथ मौके पर पहुंचे। CO के आगमन की खबर मिलते ही अवैध काम कर रहे लोग और मशीन ऑपरेटर मौके से भागने की फिराक में थे, लेकिन अधिकारियों ने तुरंत जेसीबी को रोक दिया और खुदाई का काम बंद करवा दिया।
अधिकारियों ने जमीन की स्थिति का जायजा लिया और अवैध कब्जे के प्रयासों के पुख्ता प्रमाण एकत्र किए। जांच में यह स्पष्ट हुआ कि यह भूमि सरकारी खजाने की है और इस पर किसी भी व्यक्ति का मालिकाना हक नहीं है। CO ने स्पष्ट किया है कि इस मामले की गहन जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने वाले भू-माफियाओं के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
इस घटना ने सरकारी जमीनों के संरक्षण और अवैध कब्जों को रोकने की आवश्यकता को फिर से रेखांकित किया है। प्रशासन की त्वरित प्रतिक्रिया से एक बड़े अवैध निर्माण को रोका जा सका है, जो सराहनीय है। उम्मीद है कि ऐसे भू-माफियाओं पर नकेल कसी जाएगी और सरकारी संपत्तियों को सुरक्षित रखा जाएगा।
