पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अपनी व्यापार नीतियों, विशेषकर आयात शुल्कों (टैरिफ), को अंतरराष्ट्रीय शांति बनाए रखने में महत्वपूर्ण बताया है। ट्रम्प का दावा है कि उनके द्वारा लगाए गए टैरिफ ने वैश्विक संघर्षों को रोकने में अहम भूमिका निभाई है। हाल ही में सोशल मीडिया पर उन्होंने लिखा कि अमेरिका इन टैरिफ के कारण विदेशी देशों से भारी मात्रा में राजस्व प्राप्त कर रहा है।
ट्रम्प ने अपने पोस्ट में जोर देकर कहा, “टैरिफ के कारण ही हम विदेशी स्रोतों से खरबों डॉलर का टैरिफ और निवेश प्राप्त कर रहे हैं। मैंने सीधे टैरिफ की धमकी का उपयोग करके 8 में से 5 युद्धों को रोका है। यह तब होता है जब वे लड़ना बंद कर देते हैं या, इससे भी बेहतर, जब वे शुरू नहीं करते।”
यह बयान तब आया है जब ट्रम्प ने पहले भी कहा था कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच मई में बढ़े तनाव को कम करने के लिए टैरिफ का इस्तेमाल किया था। हालांकि, भारत ने आधिकारिक तौर पर इस बात की पुष्टि नहीं की है कि ऐसी किसी मध्यस्थता में उनकी कोई भूमिका थी।
रूस-यूक्रेन युद्ध के संदर्भ में, ट्रम्प ने एक कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने यूक्रेन के लिए 27 नवंबर की अंतिम तिथि तय की है, ताकि वह रूस के साथ संघर्ष को समाप्त करने के लिए वाशिंगटन द्वारा प्रस्तावित 28-बिंदुओं वाली शांति योजना पर जवाब दे सके। यह कदम ऐसे समय में आया है जब यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने कहा था कि उनका देश एक मुश्किल चौराहे पर खड़ा है, जहाँ उसे “या तो अपनी गरिमा को दांव पर लगाना होगा या एक महत्वपूर्ण सहयोगी को खोने का खतरा मोल लेना होगा।”
ट्रम्प ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि बातचीत से सकारात्मक परिणाम सामने आते हैं तो समय सीमा में थोड़ी ढील दी जा सकती है। उन्होंने कहा, “समय सीमाएं अक्सर लचीली होती हैं, खासकर यदि प्रगति दिखाई दे। लेकिन 27 नवंबर एक महत्वपूर्ण बिंदु है, जिसे हम उचित मानते हैं।”
