एशेज सीरीज के पहले टेस्ट का पहला दिन उम्मीद से कहीं ज्यादा रोमांचक और चौंकाने वाला रहा। पर्थ के बाउन्सी विकेट पर तेज गेंदबाजों का बोलबाला रहा, जिसके चलते दिन भर में कुल 19 विकेट गिरे। दिन की समाप्ति पर, ऑस्ट्रेलियाई टीम 9 विकेट खोकर 123 रन बना सकी है और इंग्लैंड के पहली पारी के स्कोर 172 रनों से 49 रन पीछे है।
ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करते हुए इंग्लैंड के 7 बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा। स्टार्क के घातक स्पेल के आगे इंग्लैंड की टीम 32.5 ओवरों में मात्र 172 रनों पर सिमट गई। हैरी ब्रुक ने 52 रनों की शानदार पारी खेली, जबकि ओली पोप 46 रन बनाने में सफल रहे। इंग्लैंड के लिए यह स्कोर तेज पिच पर एक चुनौतीपूर्ण लक्ष्य साबित हुआ।
हालांकि, ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों की शुरुआत बेहद निराशाजनक रही। डैरन आर्चर और ब्रायडन कार्स ने उन्हें शुरुआती झटके दिए। लेकिन असली खतरा तब पैदा हुआ जब इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने गेंदबाजी की कमान संभाली। स्टोक्स ने अपनी धारदार गेंदबाजी से ऑस्ट्रेलियाई मध्य क्रम को तहस-नहस कर दिया। उन्होंने सिर्फ 23 रन देकर 5 महत्वपूर्ण विकेट हासिल किए। ट्रेविस हेड (21), कैमरन ग्रीन (24), और एलेक्स कैरी (26) जैसे बल्लेबाज उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सके।
इस मैच के पहले दिन का खेल 2024-25 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के उद्घाटन मैच की याद दिलाता है, जहां इसी मैदान पर पहले दिन 17 विकेट गिरे थे। पहले दिन 19 विकेटों का गिरना यह दर्शाता है कि यह टेस्ट मैच कितना कड़ा मुकाबला होने वाला है। अब ऑस्ट्रेलिया पर दबाव है कि वह दूसरे दिन कैसे वापसी करती है।
