अफगानिस्तान एक बार फिर भूकंप के झटकों से हिल गया। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के मुताबिक, शुक्रवार को देश में 4.1 तीव्रता का भूकंप आया। यह भूकंप काफी गहराई यानी 178 किलोमीटर पर दर्ज किया गया।
NCS द्वारा एक्स पर दी गई जानकारी के अनुसार, यह भूकंप 21 नवंबर 2025 को रात 9:33 बजे (IST) महसूस किया गया। भूकंप का केंद्र 36.45 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 70.99 डिग्री पूर्वी देशांतर पर स्थित था। इस भूकंपीय गतिविधि ने क्षेत्र के निवासियों को फिर से चिंतित कर दिया है।
इससे पहले इसी दिन अफगानिस्तान में सुबह 12:59 बजे 4.3 तीव्रता का एक और भूकंप आया था, जिसकी गहराई 170 किलोमीटर थी। ये लगातार झटके इस क्षेत्र की भूगर्भीय अस्थिरता को दर्शाते हैं।
यह ध्यान देने योग्य है कि अफगानिस्तान भूकंप के लिहाज से एक अति संवेदनशील क्षेत्र है। हिंदू कुश पर्वत श्रृंखला, जो टेक्टोनिक प्लेटों की सक्रिय सीमा पर स्थित है, अक्सर भूकंपों का अनुभव करती है। पिछले महीने 4 नवंबर को आए 6.3 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप में कई लोगों की जान गई थी और भारी तबाही हुई थी। इस शक्तिशाली भूकंप ने मजार-ए-शरीफ के पास के इलाकों को प्रभावित किया था और ऐतिहासिक इमारतों को भी नुकसान पहुँचाया था।
अफगानिस्तान में लगातार प्राकृतिक आपदाएं, जिनमें भूकंप, बाढ़ और भूस्खलन शामिल हैं, देश के विकास में एक बड़ी बाधा हैं। UNOCHA का कहना है कि युद्ध और अविकसितता से पहले से ही कमजोर समुदाय इन आपदाओं का सामना करने में असमर्थ हैं, जिससे उनकी स्थिति और भी दयनीय हो जाती है।
