पलामू जिले के दरनगर थाना क्षेत्र में एक भयानक डकैती की घटना सामने आई है, जिसमें अपराधियों ने एक शिक्षक दंपती को चार घंटे तक बंधक बनाकर लूटपाट की। कुकही के मुगलजान टोला में गुरुवार देर रात करीब 15 डकैतों के एक गिरोह ने शिक्षक मृत्युंजय मेहता और उनकी पत्नी अनिता देवी के घर धावा बोला। इन अपराधियों ने घर में जमकर तांडव मचाया, कीमती सामान, जेवर और नकदी लूट ली। चौंकाने वाली बात यह है कि लुटेरों ने घर में खाना भी बनवाया और खाया। यह घटना रात 11 बजे शुरू हुई और तड़के 3 बजे तक चली।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सरस्वती शिशु मंदिर जपला में कार्यरत शिक्षक मृत्युंजय मेहता और उनकी पत्नी अनिता देवी रात का भोजन करके सो गए थे। जब श्री मेहता शौच के लिए बाहर निकले, तो उन्हें छत पर संदिग्ध गतिविधि का एहसास हुआ। वापस लौटते ही उनका सामना हथियारबंद डकैतों से हुआ। प्रारंभिक हाथापाई के बाद, चार और डकैत घर के अंदर दाखिल हो गए, जबकि बाकी बाहर पहरा दे रहे थे।
हथियारों से लैस डकैतों ने दंपती को बुरी तरह पीटा और जान से मारने की धमकी दी। उन्होंने घर के हर कोने, अलमारी और बैग को खंगालकर सोने-चांदी के आभूषण, नकदी और अन्य कीमती वस्तुओं को अपने कब्जे में ले लिया। लुटेरों ने चार घंटे के दौरान लगातार नकदी और चाबियों की मांग जारी रखी। डकैतों ने पीड़ित दंपती पर खाना पकाने का दबाव भी डाला।
लूटपाट के बाद, जाते-जाते डकैतों ने दंपती को फिर से जान से मारने की चेतावनी दी। घटना की खबर फैलते ही ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे और तुरंत घायल दंपती को हुसैनाबाद अनुमंडलीय अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया। पुलिस को सूचना मिलते ही थाना प्रभारी दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। बाद में, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने भी घटनास्थल का दौरा कर पीड़ितों से जानकारी प्राप्त की।
ग्रामीणों ने इस घटना को लेकर पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि चार घंटे तक डकैतों का बेखौफ घूमना और लूटपाट करना, स्थानीय सुरक्षा व्यवस्था की गंभीर विफलता को दर्शाता है।
