झारखंड के दुमका जिले में, बिरसा दिव्यांग समिति ने काठीकुण्ड प्रखण्ड के धावाडंगाल पंचायत में दिव्यांगजनों के अधिकारों और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं को लेकर एक क्लस्टर स्तरीय जागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य दिव्यांगजनों को सरकारी योजनाओं से जोड़ना और उन्हें सशक्त बनाना था। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रियतम कुमार सिंह, समिति के कोषाध्यक्ष सह निर्देशक ने की, जबकि धावाडंगाल पंचायत के मुखिया दिनेश सोरेन और साइटसेवर इंडिया बिहार के वरिष्ठ कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. जितेन्द्र कुमार मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
कार्यक्रम में दुमका प्रखण्ड के विशेष शिक्षक अजित पाठक, समिति अध्यक्ष नीतेश कुमार, सचिव सिक्की कुमारी, लेखापाल उपेंद्र राय, तान्या कम्प्यूटर सेंटर के विवेक कुमार सिंह, साइटसेवर इंडिया बिहार के दिव्यांग सलाहकार सौरभ सर, कार्यक्रम पदाधिकारी मनिषा सर, और प्रगति दिव्यांगजन सेवा समिति के मनोज सिंघानिया, शम्भू कुमार, उत्तामा कुमारी, बबीता कुमारी सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। समिति ने सभी अतिथियों का पारंपरिक अंग वस्त्र पहनाकर अभिनंदन किया।
बिरसा दिव्यांग समिति द्वारा क्षेत्र में दिव्यांगजनों के लिए किए जा रहे कार्यों और उपलब्ध योजनाओं का अवलोकन करने हेतु एक एक्स्पोज़र विजिट भी आयोजित किया गया, जिसकी सभी सदस्यों ने प्रशंसा की। प्रशिक्षक अजित पाठक ने धावाडंगाल और झिकरा पंचायतों से आए 95 दिव्यांगजनों को विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी दी।
प्रशिक्षण सत्र में, दिव्यांगजनों को स्वाबलंबन पोर्टल पर यूडीआईडी कार्ड बनवाने के महत्व पर जोर दिया गया। उन्हें गरीबी उन्मूलन योजनाओं में 5% आरक्षण, 3-18 वर्ष के बच्चों के लिए शिक्षा, और दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। यह भी बताया गया कि 18 वर्ष से ऊपर के दिव्यांगजन कौशल विकास प्रशिक्षण लेकर आत्मनिर्भर बन सकते हैं और विभिन्न सरकारी ऋण योजनाओं का लाभ उठाकर स्वरोजगार शुरू कर सकते हैं।
