सिमडेगा जिले में जनसमस्याओं के समाधान के लिए आज जिला समाहरणालय में उपायुक्त कंचन सिंह की उपस्थिति में एक विशेष जनता दरबार लगाया गया। इस दौरान जिले के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों सहित शहरी इलाकों से आए नागरिकों ने अपनी विभिन्न प्रकार की समस्याओं और शिकायतों को उपायुक्त के समक्ष रखा। उपायुक्त ने सभी अर्जियों को व्यक्तिगत रूप से सुना और संबंधित अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई के लिए निर्देशित किया, ताकि लोगों को जल्द राहत मिल सके।
जनता दरबार में कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए गए। नागरिकों ने जाति प्रमाण पत्र बनवाने, महाराष्ट्र में खोए हुए युवक सूरज सिंह को घर लाने, सड़क निर्माण, महिला संबंधी उत्पीड़न की शिकायतें, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवासों में बिजली-पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने, अवैध निर्माण रोकने, मृत्यु प्रमाण पत्र प्राप्त करने, भूमि संबंधी रिकॉर्ड में सुधार, दुकान के किराए से जुड़े मामले और विभिन्न भू-विवादों के समाधान के लिए आवेदन प्रस्तुत किए।
ग्राम कदमटोली, प्रखंड कुरडेग की निवासी अनीता केरकेट्टा ने अपने जाति प्रमाण पत्र निर्गत कराने की अपील की। उन्होंने विस्तार से बताया कि उनका परिवार वर्ष 1918 से वहां रह रहा है, पर किन्हीं पारिवारिक कारणों से खतियान नहीं बन पाया, जिसके चलते उन्हें जाति प्रमाण पत्र नहीं मिल पा रहा है। प्रमाण पत्र के अभाव में वे शिक्षा और रोजगार के अवसरों से वंचित रह रही हैं। उपायुक्त ने मामले की गंभीरता को समझते हुए अपर समाहर्ता और कुरडेग अंचलाधिकारी को निर्देश दिया कि वे अनीता केरकेट्टा की समस्या का शीघ्र समाधान करें।
इसी क्रम में, कोलेबिरा प्रखंड के सरंगापानी गांव की विमला देवी ने अपने पुत्र सूरज सिंह, जो महाराष्ट्र में काम करते हुए लापता हो गए थे, को सुरक्षित वापस लाने के लिए मदद मांगी। उन्होंने बताया कि सूरज सिंह के गुमशुदा होने की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई गई थी और अब वह अहमदनगर जिले के मुगेवाडी में कार्यरत पाए गए हैं। उपायुक्त ने उन्हें आश्वासन दिया कि सरकार की ओर से आवश्यक सहयोग और कार्रवाई की जाएगी।
जनता दरबार में बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाएं और पुरुष अपनी समस्याओं के समाधान की उम्मीद लेकर पहुंचे थे। इस अवसर पर अपर समाहर्ता ज्ञानेन्द्र और विभिन्न सरकारी विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे, जिन्होंने जनता की समस्याओं के त्वरित निवारण हेतु सहयोग प्रदान किया।
