बिहार की राजनीति में बड़ा उलटफेर हुआ है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के युवा नेता तेजस्वी यादव को बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष (Leader of Opposition) की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस बीच, राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा चुनावों के नतीजों के बाद नई सरकार के गठन से पहले अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया है।
माना जा रहा है कि जद (यू) के मुखिया नीतीश कुमार जल्द ही सातवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
दूसरी ओर, तेजस्वी यादव, जो राघोपुर विधानसभा क्षेत्र से फिर से निर्वाचित हुए हैं, उन्हें बिहार विधानसभा चुनावों में महागठबंधन के प्रदर्शन को देखते हुए यह पद मिला है। महागठबंधन ने इस बार केवल 35 सीटों पर जीत दर्ज की, जिसमें RJD की 25 सीटें शामिल हैं।
यह नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के परिवार में कलह की खबरें सामने आ रही हैं। लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने हाल ही में गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसमें उन्होंने कहा कि उन्हें ‘अपमानित करके घर से निकाल दिया गया है’। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए संजय यादव और तेजस्वी यादव का नाम लेते हुए कहा कि वे ही जिम्मेदार हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में शानदार जीत हासिल की है। NDA ने कुल 243 सीटों में से 202 सीटें जीतीं। भाजपा ने 89 सीटों के साथ सबसे अच्छा प्रदर्शन किया। NDA के खाते में भाजपा (89), जद (यू) (85), लोजपा (आरवी) (19), हम (एस) (5) और रालोम (4) शामिल हैं। महागठबंधन में RJD (25), कांग्रेस (6), CPI(ML)(L) (2), और CPI(M) (1) शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, IIP ने 1 सीट और AIMIM ने 5 सीटें जीतीं।
