सऊदी अरब में मक्का से मदीना जा रही एक यात्री बस एक डीजल टैंकर से टकरा गई, जिसके बाद भीषण आग लगने से कम से कम 42 भारतीय तीर्थयात्रियों की मौत हो गई। इस भयावह दुर्घटना में कई यात्री हैदराबाद के बताए जा रहे हैं। घटना स्थल पर तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि वे प्रभावित परिवारों के साथ हैं और घायलों के जल्द ठीक होने की प्रार्थना करते हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि भारतीय दूतावास और वाणिज्य दूतावास प्रभावित लोगों को हर संभव मदद पहुंचा रहे हैं।
हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त बस में दो ट्रैवल एजेंसियों के 42 यात्री सवार थे, जो हज या उमराह के लिए गए थे। उन्होंने भारतीय दूतावास के अधिकारियों से संपर्क किया है और यात्रियों के विवरण को साझा किया है ताकि उनकी पहचान और सहायता सुनिश्चित की जा सके।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे सऊदी अरब में भारतीय दूतावास के साथ मिलकर काम करें ताकि हताहतों के बारे में सही जानकारी मिल सके और उनके परिवारों को सहायता प्रदान की जा सके। उन्होंने प्रभावित लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी इस दुखद घटना पर ट्वीट किया और कहा कि भारतीय दूतावास और वाणिज्य दूतावास सभी आवश्यक सहायता प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
हैदराबाद से कुछ यात्रियों के रिश्तेदारों ने बताया कि उनके परिवार के सदस्य भी इस बस में थे और उनके निधन की खबर से वे सदमे में हैं। उन्होंने भारत सरकार से शवों को जल्द से जल्द वापस लाने की गुहार लगाई है। जेद्दाह स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास ने मदद के लिए एक 24×7 हेल्पलाइन नंबर (8002440003) जारी किया है। तेलंगाना के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहम्मद अजहरुद्दीन ने भी इस घटना पर दुख व्यक्त किया और कहा कि राज्य सरकार इस मुश्किल घड़ी में पीड़ितों के परिवारों के साथ खड़ी है।
