जेफरी एपस्टीन के साथ कथित संबंधों को लेकर पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने पहली बार सार्वजनिक रूप से अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने जोर देकर कहा है कि उन्हें इस मामले में कुछ भी ज्ञात नहीं था और न ही उन्होंने कोई गलत काम किया है। यह बयान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा क्लिंटन के एपस्टीन से संबंधों की गहन जांच की मांग के बाद आया है। क्लिंटन की ओर से जारी एक आधिकारिक वक्तव्य में कहा गया है, “ये ईमेल स्पष्ट करते हैं कि बिल क्लिंटन ने कुछ नहीं किया और न ही उन्हें इस बारे में कुछ पता था। यह सब सिर्फ चुनावी हार, असफल नीतियों और अन्य मुद्दों से ध्यान भटकाने का प्रयास है।”
ट्रम्प का एफबीआई को जांच का आदेश
राष्ट्रपति ट्रम्प ने एयर फोर्स वन पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि वह चाहते हैं कि न्याय विभाग बिल क्लिंटन और हार्वर्ड विश्वविद्यालय के प्रमुख सहित एपस्टीन के करीबी संपर्कों की जांच करे। उन्होंने दावा किया कि एपस्टीन ने उन्हें इसलिए पसंद किया क्योंकि वह उस समय राष्ट्रपति थे। ट्रम्प ने खुद एपस्टीन के साथ अपने संबंधों को “बहुत बुरा” बताया।
अमेरिकी अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी ने पुष्टि की है कि उन्होंने न्यूयॉर्क के दक्षिणी जिले के लिए अमेरिकी अटॉर्नी को ट्रम्प के राजनीतिक विरोधियों, जिनमें क्लिंटन भी शामिल हैं, के एपस्टीन से संबंधों की जांच के निर्देश दिए हैं। यह कार्रवाई कांग्रेस द्वारा हाल ही में सार्वजनिक किए गए हजारों पन्नों के एपस्टीन से जुड़े दस्तावेजों के बाद हुई है, जिसने इस मुद्दे पर नई बहस छेड़ दी है।
‘बुब्बा’ वाले ईमेल ने मचाई खलबली
मामले को तब और हवा मिली जब जेफरी एपस्टीन के भाई मार्क एपस्टीन का एक ईमेल सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इस ईमेल में कथित तौर पर यह सवाल पूछा गया था कि क्या रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के पास ट्रम्प को “बुब्बा” को चूमते हुए दिखाने वाली तस्वीरें हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कई लोगों ने “बुब्बा” को बिल क्लिंटन का उपनाम बताया, जबकि ईमेल के वास्तविक अर्थ का पता नहीं चल पाया है।
दरअसल, “बुब्बा” शब्द का इस्तेमाल अक्सर बड़े भाई के लिए या स्नेहवश किया जाता है, लेकिन कुछ अमेरिकी क्षेत्रों में यह एक अपमानजनक शब्द भी हो सकता है। एपस्टीन के अन्य प्रभावशाली लोगों से संबंधों की司法लय विभाग द्वारा की जा रही जांच ने संघीय जांच की निष्पक्षता और राजनीतिक मंशाओं को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं।
