झारखंड के गिरिडीह जिले में पुलिस ने ऑनलाइन ठगी करने वाले एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जिसका तार जामताड़ा से जुड़ा हुआ है। पुलिस ने इस मामले में पांच शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक डॉ. विमल कुमार ने मीडिया को संबोधित करते हुए बताया कि यह गिरोह लोगों को ठगने के लिए तरह-तरह के ऑनलाइन हथकंडे अपनाता था।
पुलिस को प्रतिबिंब पोर्टल से गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी कि गांडेय थाना क्षेत्र के बघरा रेलवे ओवरब्रिज के समीप बालीडीह में कुछ व्यक्ति फोन के माध्यम से साइबर धोखाधड़ी को अंजाम दे रहे हैं। इस संवेदनशील जानकारी के आधार पर, साइबर थाना प्रभारी रामेश्वर भगत के निर्देशन में एक विशेष छापेमारी दल का गठन किया गया।
तत्काल कार्रवाई करते हुए, टीम ने गुप्त स्थान पर छापा मारा और मुख्य सरगना अफताब अंसारी, जो जामताड़ा का रहने वाला है, सहित कुल पांच लोगों को पकड़ने में सफलता हासिल की। प्रारंभिक पूछताछ में, गिरफ्तार आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे लोगों को ठगने के लिए मोबाइल पर फर्जी लिंक भेजते थे, मालवेयर वाले ऐप डाउनलोड करवाते थे और कभी-कभी खुद को बैंक अधिकारी बताकर खातों से पैसे निकाल लेते थे।
पकड़े गए अपराधियों में अफताब अंसारी, परवेज अंसारी, तफाजुल अंसारी, तबरेज अंसारी और नियाज अंसारी शामिल हैं, जो मूल रूप से जामताड़ा और देवघर के रहने वाले हैं। पुलिस ने इनके पास से 12 मोबाइल फोन, जिसमें तीन अत्याधुनिक आईफोन भी शामिल हैं, और 15 सिम कार्ड जब्त किए हैं।
जांच में यह भी सामने आया है कि यह गिरोह देवघर और जामताड़ा में मौजूद अन्य साइबर अपराधियों के नेटवर्क से भी जुड़ा हुआ है। यह ठगी के पैसों को विभिन्न फर्जी खातों में जमा करवाते थे और फिर नकद में बांट लेते थे। एसपी डॉ. विमल कुमार ने जोर देकर कहा कि गिरिडीह पुलिस साइबर अपराध के प्रति कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति अपना रही है और ऐसे अपराधों में संलिप्त लोगों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जाएगी।
