झारखंड अपना 23वां स्थापना दिवस 15 नवंबर को भव्यता से मनाएगा। रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित होने वाले इस समारोह के लिए सुरक्षा की व्यापक तैयारी की गई है। एक हजार से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती के साथ-साथ आधुनिक तकनीक का भी इस्तेमाल किया जाएगा। शहर में सुरक्षा व्यवस्था की कमान तीन आईपीएस और छह डीएसपी स्तर के अधिकारियों के हाथों में होगी।
झारखंड पुलिस के अनुसार, स्थापना दिवस के मुख्य समारोह को लेकर विशेष सुरक्षा बल तैनात किए जा रहे हैं। मोरहाबादी मैदान में सुरक्षा व्यवस्था की तैयारी सुबह 6 बजे से ही शुरू हो जाएगी। कुल 1000 अतिरिक्त पुलिस जवानों को शहर के विभिन्न महत्वपूर्ण स्थानों पर तैनात किया जाएगा। सुरक्षा योजना में 40 इंस्पेक्टर और 80 सब-इंस्पेक्टर भी शामिल हैं, जो कानून व्यवस्था बनाए रखने में मदद करेंगे।
मुख्य आयोजन स्थल, मोरहाबादी मैदान, की सुरक्षा को तीन परतों में विभाजित किया गया है। विशेष प्रशिक्षित इकाइयां जैसे बम निरोधक दस्ता, जैप, एटीएस और झारखंड जगुआर की टीमों को भी सुरक्षा घेरे में शामिल किया गया है। किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए शहर के हर कोने पर नजर रखने हेतु सीसीटीवी कैमरों का जाल बिछाया गया है। इसके अलावा, सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी भी गश्त लगाएंगे ताकि आम जनता के बीच सुरक्षा का अहसास बना रहे।
समारोह स्थल की ओर जाने वाले सभी वाहनों की विशेष जांच की जाएगी, और केवल सत्यापित वाहनों को ही आगे बढ़ने की अनुमति होगी। कार्यक्रम स्थल पर उच्च-तकनीकी निगरानी प्रणाली स्थापित की गई है। ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से पूरे समारोह क्षेत्र की गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखी जाएगी। एक समर्पित कंट्रोल रूम से इन सभी कैमरों की फुटेज की निगरानी की जाएगी और किसी भी असामान्य गतिविधि की सूचना तुरंत वरीय अधिकारियों को भेजी जाएगी।
कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, प्रवेश द्वारों पर मेटल डिटेक्टर और मेटल स्कैनर लगाए गए हैं। आगंतुकों की गहन तलाशी के बाद ही उन्हें कार्यक्रम स्थल में प्रवेश दिया जाएगा। इस अवसर पर राज्य के संवैधानिक प्रमुख, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मंत्रीगण, सांसद, विधायक और अन्य प्रमुख अधिकारी उपस्थित रहेंगे।
