झारखंड के लातेहार जिले में नक्सल विरोधी अभियान को एक बड़ी सफलता मिली है। पीपल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (PLFI) के एक खूंखार नक्सली, जिस पर पांच लाख रुपये का इनाम था, ने अपने एक साथी के साथ सुरक्षा बलों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। यह घटना जिले में शांति बहाली की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।
जानकारी के अनुसार, आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में दीपक कोरवा प्रमुख है, जो PLFI के एक बड़े कैडर का सदस्य था और कई वारदातों में शामिल होने के कारण पुलिस को उसकी तलाश थी। उस पर लातेहार पुलिस ने पांच लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि लगातार चलाए जा रहे अभियानों और नक्सलियों के विरुद्ध की गई कार्रवाई के दबाव के चलते इन उग्रवादियों ने आत्मसमर्पण का निर्णय लिया। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि जो भी उग्रवादी स्वेच्छा से हथियार छोड़ना चाहते हैं, उन्हें सरकार की पुनर्वास नीति के तहत सहायता प्रदान की जाएगी।
यह आत्मसमर्पण लातेहार पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के समन्वय और उनके अथक प्रयासों का परिणाम है। सुरक्षा बलों ने आत्मसमर्पण करने वाले उग्रवादियों से विस्तृत पूछताछ की योजना बनाई है, ताकि उनके गिरोह के अन्य सदस्यों और उनकी गतिविधियों का पता लगाया जा सके। इस घटना से क्षेत्र में नक्सलवाद के विरुद्ध चल रही लड़ाई को और बल मिला है।
