भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर पर युवा तेज गेंदबाज हर्षित राणा के प्रति पक्षपात करने के सोशल मीडिया पर चल रहे आरोपों को पूर्व KKR खिलाड़ी मनविंदर बिस्ला ने सिरे से खारिज कर दिया है। बिस्ला ने स्पष्ट किया कि राणा का चयन उनके प्रदर्शन और काबिलियत के आधार पर हुआ है, न कि किसी पारिवारिक या KKR कनेक्शन के कारण। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हालिया सफेद गेंद की श्रृंखला में राणा ने शानदार प्रदर्शन किया है, खासकर सिडनी में खेले गए तीसरे वनडे में जहाँ उन्होंने 4 विकेट झटके थे।
‘इंडियन क्रिकेट कैंटीन’ यूट्यूब चैनल पर बोलते हुए, बिस्ला ने इस धारणा को “अनुचित” बताया कि गंभीर, जिन्होंने KKR के लिए राणा के साथ काम किया है, इसलिए उन्हें भारतीय टीम में समर्थन दे रहे हैं। उन्होंने कहा, “यह बात बिल्कुल गलत है कि गौतम गंभीर ने हर्षित राणा को सिर्फ इसलिए टीम में लिया क्योंकि वो KKR में साथ थे। कोई मामा-चाचा का रिश्ता तो है नहीं। यह पूरी तरह से हर्षित के प्रदर्शन पर आधारित चयन है।” बिस्ला ने यह भी कहा कि जो लोग राणा के चयन पर सवाल उठा रहे हैं, वे शायद KKR के प्रशंसक नहीं हैं।
हर्षित राणा के असाधारण प्रदर्शन
यह कोई रहस्य नहीं है कि हर्षित राणा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे श्रृंखला में भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट चटकाए। इतना ही नहीं, उन्होंने टी20 श्रृंखला में भी अहम योगदान दिया। दूसरे टी20 मैच में जब भारतीय बल्लेबाजी क्रम लड़खड़ा रहा था, तब राणा ने 33 गेंदों पर 35 रनों की एक महत्वपूर्ण पारी खेली थी।
सिडनी में तीसरे वनडे में, राणा की शुरुआती घातक गेंदबाजी ने भारत को नौ विकेट से शानदार जीत दिलाई और श्रृंखला में क्लीन स्वीप के कलंक से बचाया। भले ही रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे बड़े नाम चर्चा में रहे हों, बिस्ला ने इस बात पर जोर दिया कि मैच का रुख मोड़ने में राणा की भूमिका निर्णायक थी।
बिस्ला ने एक उदाहरण देते हुए कहा, “सिडनी में भारत की जीत हुई। सोशल मीडिया पर हर कोई ‘रो-को’ की बात कर रहा था। क्या किसी ने हर्षित के योगदान पर ध्यान दिया? अगर उसने शुरुआत में विकेट न लिए होते तो शायद रोहित-कोहली को इतना आसान नहीं होता।” उन्होंने सवाल उठाया कि क्या हर्षित पर केंद्रित वीडियो बनाने पर उतने ही व्यूज आते जितने बड़े नामों पर आते हैं।
आगे का रास्ता
बिस्ला के ये बयान तब आए हैं जब गंभीर पर अक्सर KKR के खिलाड़ियों को तरजीह देने के आरोप लगते रहे हैं। हालांकि, हर्षित राणा का एकदिवसीय और टी20 अंतरराष्ट्रीय में लगातार अच्छा प्रदर्शन इन आरोपों को गलत साबित करता है। राणा ने अपनी काबिलियत से यह साबित कर दिया है कि वह भारतीय टीम में जगह पाने के हकदार हैं।
गौतम गंभीर, जो युवा प्रतिभाओं को निखारने के लिए जाने जाते हैं, अब हर्षित राणा के दमदार प्रदर्शन से प्रेरित हैं। राणा का राष्ट्रीय टीम में यह सफर दिखाता है कि कड़ी मेहनत और प्रदर्शन ही आगे बढ़ने का सही रास्ता है।
