भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच गुवाहाटी में होने वाले दूसरे टेस्ट मैच के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। खिलाड़ियों के आराम और खेल के सर्वोत्तम समय को सुनिश्चित करने के लिए, मैच के सत्रों के क्रम में बदलाव किया गया है। पूर्वोत्तर भारत में सर्दियों के दौरान जल्दी अंधेरा छा जाने के कारण, BCCI ने खेल की अवधि बढ़ाने के लिए यह अनूठा कदम उठाया है। इस महत्वपूर्ण बदलाव के तहत, पारंपरिक रूप से लंच के बाद होने वाला चाय ब्रेक, अब लंच से पहले लिया जाएगा।
यह मैच 22 नवंबर, 2025 को गुवाहाटी के बारसापारा क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा, जो पहली बार किसी टेस्ट मैच की मेजबानी करेगा। इस शहर ने हाल ही में महिला वनडे विश्व कप के मैचों की सफलतापूर्वक मेजबानी की है, जिससे यह एक प्रमुख क्रिकेट स्थल के रूप में स्थापित हुआ है। यह टेस्ट मैच इस क्षेत्र में लाल गेंद क्रिकेट का एक ऐतिहासिक क्षण होगा, जो अपनी विशेष भौगोलिक और मौसमी परिस्थितियों के लिए जाना जाता है।
BCCI सचिव देवजीत सैकिया ने इस बदलाव की पुष्टि करते हुए बताया कि सर्दियों के कारण गुवाहाटी में दिन जल्दी ढल जाता है। उन्होंने कहा, “यहां शाम 4 बजे तक रोशनी काफी कम हो जाती है, इसलिए मैच के समय में यह बदलाव आवश्यक है। हमने सुबह 9 बजे से खेल शुरू करने का फैसला किया है, ताकि हम अधिकतम ओवर खेल सकें।”
**गुवाहाटी टेस्ट के लिए नया शेड्यूल:**
टॉस सुबह 8:30 बजे होगा, जिसके बाद पहला सत्र सुबह 9:00 बजे से 11:00 बजे तक चलेगा। इसके बाद 20 मिनट का चाय ब्रेक होगा। दूसरा सत्र सुबह 11:20 बजे से दोपहर 1:20 बजे तक चलेगा, और फिर दोपहर 1:20 बजे से 2:00 बजे तक लंच ब्रेक होगा। अंतिम सत्र शाम 4:00 बजे तक जारी रहेगा, और आवश्यकता पड़ने पर इसे 30 मिनट तक बढ़ाया जा सकता है।
यह नई समय-सारणी खिलाड़ियों को खेल के दौरान ऊर्जावान बनाए रखने में मदद करेगी और मैच की गुणवत्ता को बनाए रखेगी। BCCI का यह कदम खेल की परिस्थितियों के प्रति उनकी अनुकूलन क्षमता और खिलाड़ियों की भलाई के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
**श्रृंखला के लिए निहितार्थ:**
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच यह दो मैचों की टेस्ट श्रृंखला कोलकाता में शुरू होगी। गुवाहाटी में होने वाला दूसरा टेस्ट मैच दोनों टीमों के लिए एक नई चुनौती पेश करेगा। दक्षिण अफ्रीकी टीम को जल्दी सुबह की परिस्थितियों और बदलते मौसम के अनुकूल ढलना होगा, जबकि भारतीय टीम घरेलू परिस्थितियों का लाभ उठाने की कोशिश करेगी। विश्लेषकों का मानना है कि सुबह के सत्र में गेंदबाजों को अतिरिक्त मदद मिल सकती है, और बल्लेबाजों को जल्दी से अपनी लय पकड़नी होगी।
**BCCI की दूरदर्शिता:**
खेल सत्रों के क्रम में यह छोटा सा बदलाव BCCI की दूरदर्शिता को दिखाता है। यह न केवल खेल के समय को अनुकूलित करता है बल्कि दर्शकों के अनुभव को भी बेहतर बनाता है। इस तरह के व्यावहारिक समायोजन यह सुनिश्चित करते हैं कि टेस्ट क्रिकेट, विशेष रूप से डे-टेस्ट, सभी के लिए एक रोमांचक अनुभव बना रहे। सैकिया ने जोर देकर कहा, “यह एक व्यावहारिक कदम है जो खेल के प्रवाह और खिलाड़ियों की सहनशक्ति को बनाए रखने में मदद करेगा।”
