लाल किला के पास हुए भीषण कार धमाके ने पूरी दिल्ली को हिला दिया है, जिससे यातायात व्यवस्था चरमरा गई है। घटना स्थल पर जांच और सफाई कार्य जारी रहने के कारण, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण एडवाइजरी जारी की है।
जारी की गई एडवाइजरी के अनुसार, नेताजी सुभाष मार्ग पर छत्ता रेल कट से सुभाष मार्ग कट तक दोनों तरफ के कैरिजवे और सर्विस रोड पर यातायात संबंधी प्रतिबंध लागू किए गए हैं।
यह प्रतिबंध तत्काल प्रभाव से लागू हैं और यात्रियों से आग्रह किया गया है कि वे सुबह 6 बजे से इन सड़कों का प्रयोग न करें। इसके बजाय, वे अपनी यात्रा के लिए वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें ताकि किसी भी प्रकार की असुविधा से बचा जा सके। नेताजी सुभाष मार्ग के प्रभावित हिस्से पर किसी भी वाहन को आने-जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
**घटनास्थल पर जांच जारी:**
धमाके के बाद, पुलिस और फोरेंसिक टीमें सक्रिय रूप से घटनास्थल पर मौजूद हैं और साक्ष्य जुटा रही हैं। पूरा क्षेत्र अभी भी सील है। कार के जले हुए हिस्से, जिसमें स्टीयरिंग व्हील और तार शामिल हैं, विस्फोट की भीषणता का अंदाजा दे रहे हैं। मलबे के टुकड़े काफी दूर तक बिखरे पाए गए हैं।
**पहचान और मौत की पुष्टि:**
पुलिस ने कार के स्टीयरिंग व्हील से मिले खून के नमूनों को महत्वपूर्ण सबूत माना है। इनसे वाहन में मौजूद व्यक्ति की पहचान और मौत की पुष्टि में मदद मिलेगी।
**संदिग्ध आतंकवादी की पहचान:**
जांच एजेंसियों ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से उस व्यक्ति की पहचान कर ली है जो विस्फोट से ठीक पहले कार चला रहा था। यह व्यक्ति डॉ. मोहम्मद उमर है, जिसका संबंध फरीदाबाद के आतंकी मॉड्यूल से बताया जा रहा है और वह पहले से फरार चल रहा था।
सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, डॉ. उमर और उसके दो अन्य साथियों ने फरीदाबाद में हुई गिरफ्तारी के बाद घबराहट में इस आत्मघाती हमले को अंजाम दिया। प्रारंभिक जांचों से पता चला है कि इस शक्तिशाली विस्फोट के लिए ANFO नामक विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था। कार को सुनहरी मस्जिद के पास लगभग तीन घंटे तक पार्क करके रखा गया था, जिसके बाद शाम 6:52 बजे सुभाष मार्ग सिग्नल पर यह धमाका हुआ।
