अमेरिकी सरकार का कामकाज ठप होने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है, यह अब 37वें दिन में प्रवेश कर चुका है और एक नया रिकॉर्ड स्थापित कर चुका है। इस लंबी अवधि के शटडाउन के कारण लाखों संघीय कर्मचारी वेतन से वंचित हैं और देश की आवश्यक सेवाएं गंभीर संकट का सामना कर रही हैं। राष्ट्रीय स्तर पर कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम, जिनमें हवाई यात्रा की सुचारू व्यवस्था और सामाजिक सहायता योजनाएं शामिल हैं, बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं।
देश के कुछ सबसे व्यस्त हवाई अड्डों, जिनमें न्यूयॉर्क, लॉस एंजिल्स और शिकागो शामिल हैं, पर शुक्रवार से उड़ानों की संख्या में कमी देखी जाएगी। यह निर्णय अमेरिकी संघीय उड्डयन प्रशासन (FAA) द्वारा लिया गया है, जिसका मुख्य कारण एयर ट्रैफिक कंट्रोलर्स की कमी और उन पर बढ़ता दबाव है। FAA ने सुरक्षा मानकों को बनाए रखने के लिए 40 प्रमुख हवाई अड्डों पर उड़ानों में 10% की कटौती करने का आदेश दिया है।
अन्य प्रभावित हवाई अड्डों में अटलांटा, डेनवर, डलास, ऑरलैंडो, मियामी और सैन फ्रांसिस्को जैसे प्रमुख केंद्र शामिल हैं। न्यूयॉर्क, ह्यूस्टन और शिकागो जैसे शहरों के कई हवाई अड्डों पर भी उड़ानों में कटौती की जाएगी। यह कदम इसलिए आवश्यक हो गया है क्योंकि एयर ट्रैफिक कंट्रोलर्स, जिन्होंने अपना एक वेतन पहले ही गँवा दिया है, वे बिना वेतन के काम कर रहे हैं और कई तो अनुपस्थित भी रह रहे हैं।
क्षेत्रीय उड़ानों पर मुख्य प्रभाव
एयरलाइंस यात्रियों की असुविधा को कम करने की कोशिश कर रही हैं। यूनाइटेड एयरलाइंस के अनुसार, इन उड़ानों में कटौती मुख्य रूप से क्षेत्रीय मार्गों पर केंद्रित होगी, जहाँ छोटे विमानों का उपयोग किया जाता है। यात्रियों को गुरुवार से ही अपनी उड़ानों में संभावित बदलावों के बारे में सूचित किया जाएगा।
AAA यात्रियों को सलाह दे रहा है कि वे अपने एयरलाइन की आधिकारिक ऐप डाउनलोड करें और सूचनाएं चालू रखें। यूनाइटेड और डेल्टा एयर लाइन्स दोनों ही यात्रियों को रिफंड का विकल्प दे रहे हैं, यदि वे अपनी यात्रा रद्द करना चाहते हैं, भले ही उनके टिकट सामान्यतः गैर-वापसी योग्य हों। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले हफ्तों में सैकड़ों उड़ानें रद्द हो सकती हैं, जिससे यात्रा योजनाओं में बाधा आ सकती है।
यह सरकारी गतिरोध न केवल संघीय कर्मचारियों को बल्कि आम नागरिकों को भी प्रभावित कर रहा है, जिससे आर्थिक और सामाजिक चिंताएं बढ़ रही हैं।
