राज्य सरकार ने टिड्डी दल (मोंथा) के प्रकोप से प्रभावित किसानों के लिए मुआवजे की घोषणा की है। एक वरिष्ठ मंत्री ने बताया कि जिन किसानों की फसलें मोंथा के हमले में नष्ट हुई हैं, उन्हें सरकार द्वारा पूर्ण हर्जाना दिया जाएगा। यह फैसला किसानों की आर्थिक दुर्दशा को देखते हुए लिया गया है, जहाँ कई किसानों ने अपनी सारी मेहनत को बर्बाद होते देखा।
प्रभावित किसानों को तत्काल सहायता पहुंचाने के उद्देश्य से, सरकार ने एक विस्तृत सर्वेक्षण शुरू किया है। इस सर्वेक्षण के माध्यम से प्रत्येक किसान के नुकसान का सटीक अनुमान लगाया जाएगा और उसी के अनुसार मुआवजे की राशि तय की जाएगी। मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि सहायता राशि सीधे किसानों के खातों में जमा की जाएगी, जिससे बिचौलियों की भूमिका समाप्त हो जाएगी।
इस पहल का मुख्य उद्देश्य किसानों के मनोबल को बढ़ाना और उन्हें कृषि कार्यों को जारी रखने के लिए प्रेरित करना है। सरकार ने यह भी प्रतिबद्धता जताई है कि टिड्डी दल के संभावित हमलों से निपटने के लिए अग्रिम तैयारी की जाएगी। इसमें कीटनाशकों का पर्याप्त स्टॉक रखना और नियंत्रण उपायों को मजबूत करना शामिल है। यह कदम राज्य की कृषि अर्थव्यवस्था को स्थिर करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
