क्रिकेट की रोमांचक लीग ‘द हंड्रेड’ 2026 से अपने प्रारूप में बड़ा परिवर्तन लाने के लिए तैयार है। इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने पुष्टि की है कि अब खिलाड़ियों का चयन ड्राफ्ट सिस्टम के बजाय पूरी तरह से खिलाड़ी नीलामी (player auction) के माध्यम से होगा। यह कदम आईपीएल के तर्ज पर उठाया गया है और इसका उद्देश्य वैश्विक प्रतिभाओं को लुभाना है। इस परिवर्तन के साथ, लीग ने खिलाड़ियों के वेतन ढांचे में भी उल्लेखनीय वृद्धि की घोषणा की है।
पुरुषों की टीमों के लिए सैलरी कैप में 45% की बढ़ोतरी की गई है, जो £1.2 मिलियन से बढ़कर £2.05 मिलियन हो जाएगा। महिलाओं की लीग में यह वृद्धि और भी प्रभावशाली है, जहां सैलरी पूल दोगुना होकर £880,000 प्रति टीम हो जाएगा। इससे महिला खिलाड़ियों को काफी आर्थिक लाभ होगा, जहां सबसे कम आय वाली खिलाड़ियों के लिए न्यूनतम वेतन £10,000 से बढ़कर £15,000 कर दिया गया है। ECB के नए निजी निवेशों के चलते यह संभव हुआ है।
मार्च 2026 में होने वाली पहली नीलामी से टीमों को खिलाड़ियों के साथ मल्टी-ईयर कॉन्ट्रैक्ट (multi-year contracts) साइन करने की सुविधा भी मिलेगी। हर टीम अब चार विदेशी खिलाड़ियों को शामिल कर सकेगी, हालांकि इसके लिए आवश्यक सरकारी अनुमतियां लेनी होंगी। टीम का स्क्वाड साइज 16 से 18 खिलाड़ियों का रहेगा, जिसमें T20 ब्लास्ट से दो खिलाड़ियों को वाइल्डकार्ड के तौर पर चुनने का विकल्प भी रहेगा।
प्रतियोगिता में निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए, जो टीमें नीलामी से पहले ही खिलाड़ियों को साइन कर लेंगी, उन्हें मुख्य नीलामी में भुगतान राशि में कटौती का सामना करना पड़ेगा। पुरुषों की टीमों के लिए यह कटौती £350,000 से £950,000 तक हो सकती है, जबकि महिला टीमों के लिए यह सीमा £130,000 से £360,000 तक निर्धारित की गई है।
‘द हंड्रेड’ के आयोजकों का मानना है कि इन परिवर्तनों से लीग का स्तर और मनोरंजन मूल्य बढ़ेगा। यह कदम दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को आकर्षित करने, टीमों के बीच एक समान प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करने और पुरुष व महिला दोनों प्रतियोगिताओं को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से उठाया गया है।
