बिहार में चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है, और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के युवा नेता तेजस्वी यादव पर जोरदार हमला बोला है। NDA का कहना है कि तेजस्वी यादव और महागठबंधन झूठे वादों और “जुमलेबाजी” के सहारे जनता को बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं।
बिहार भाजपा के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने दावा किया कि महागठबंधन के नेता केवल हार के डर से ऐसे वादे कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “जब वे सत्ता में नहीं होते तो जनता की याद आती है। चुनाव नजदीक देखकर अब वे नाटक कर रहे हैं। उन्हें पता है कि वे हारने वाले हैं।” पटना में मीडिया से बात करते हुए, उन्होंने INDIA गठबंधन के नेताओं, विशेष रूप से कांग्रेस और RJD पर, “जुमलेबाजी” का आरोप लगाया।
केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के प्रमुख जीतन राम मांझी ने तेजस्वी यादव के वादों पर संदेह जताया। उन्होंने कहा, “तेजस्वी यादव हमेशा लोगों को गुमराह करते आए हैं।” मांझी ने याद दिलाया कि लोकसभा चुनावों में “संविधान खतरे में है” वाले नैरेटिव ने कुछ हद तक काम किया था, जिससे NDA को कुछ सीटों का नुकसान हुआ। “अब वे उसी चाल को फिर से चल रहे हैं।” मांझी ने आरोप लगाया कि महागठबंधन केवल हारने पर केंद्र सरकार को दोष देने के लिए सत्ता में आना चाहता है। “बिहार की जनता को अब इन बातों पर यकीन नहीं होगा।” उन्होंने यह भी कहा कि NDA ही बिहार में सरकार बनाएगी।
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने तेजस्वी के वादों को खोखला बताते हुए कहा कि NDA सिर्फ बात नहीं करता, काम करता है। “लोकतंत्र में वादे नहीं, काम बोलता है। मोदी-नीतीश कुमार की सरकार प्रतिबद्धताओं को पूरा करती है, जबकि विपक्ष केवल बड़ी-बड़ी बातें करता है।” चौधरी ने कहा कि NDA परिणाम देने वाली सरकार है, जबकि RJD सिर्फ बातें बनाती है।
तेजस्वी के वादों पर NDA की घेराबंदी
NDA का यह हमला तेजस्वी यादव द्वारा हाल ही में की गई घोषणाओं के जवाब में आया है। तेजस्वी ने ऐलान किया था कि यदि महागठबंधन सत्ता में आता है, तो वे पंचायत और ग्राम कचहरी प्रतिनिधियों के मानदेय को दोगुना करेंगे। साथ ही, उन्होंने पंचायत स्तर के प्रतिनिधियों के लिए पेंशन योजना और ₹50 लाख का बीमा कवर देने का भी वादा किया। इसके अलावा, तेजस्वी ने वादा किया कि हाशिए पर पड़े समुदायों, जैसे कि पारंपरिक कारीगरों – नाई, कुम्हार, बढ़ई, लोहार – को आधुनिक उपकरण खरीदने और स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए पांच साल में ₹5 लाख तक का ब्याज-मुक्त ऋण दिया जाएगा। “इससे हमारे मेहनती पारंपरिक कारीगर आत्मनिर्भर बनेंगे,” उन्होंने कहा। तेजस्वी ने विश्वास जताया कि बिहार बदलाव के लिए तैयार है और जनता महागठबंधन को एक मौका देगी। “अगर आप एक ही तरह का बीज बोते रहेंगे तो जमीन बंजर हो जाएगी। बिहार के लोग अब नयापन चाहते हैं। हमें सिर्फ 20 महीने दीजिए, हम नया बिहार बनाएंगे।”
| प्रशांत किशोर की तेजस्वी पर तंज
वहीं, चुनावी रणनीतिकार और जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधा। उन्होंने समर्थकों द्वारा तेजस्वी को “बिहार का नायक” बताने पर सवाल उठाते हुए कहा, “अगर जिन्होंने बिहार को बर्बाद किया, वही नायक हैं, तो खलनायक कौन है?” उन्होंने कहा कि जनता सब जानती है कि राज्य की वर्तमान स्थिति के लिए कौन जिम्मेदार है। जन सुराज इस बार 243 सीटों पर चुनाव लड़ रही है और खुद को NDA व महागठबंधन के विकल्प के तौर पर पेश कर रही है।
बिहार चुनाव का पूरा ब्यौरा
बिहार विधानसभा चुनाव 6 नवंबर और 11 नवंबर को दो चरणों में संपन्न होंगे। मतगणना 14 नवंबर को होगी। NDA गठबंधन में भाजपा, जदयू, लोजपा (रामविलास), हम (सेक्युलर) और रालोमो शामिल हैं। वहीं, महागठबंधन में राजद, कांग्रेस, सीपीआई (एमएल), सीपीआई, सीपीएम और वीआईपी (मुकेश सहनी) शामिल हैं। तेजस्वी यादव रघुपुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, जहां उनका मुकाबला भाजपा के सतीश कुमार और जन सुराज के चंचल कुमार से होगा।
