पाकिस्तान ने एक बार फिर अपनी सबसे बदतर सच्चाई को दुनिया के सामने उजागर किया है। सिंध प्रांत में, जहां कथित तौर पर elites अपनी पार्टियों में मग्न हैं, 1.3 मिलियन बच्चे आधुनिक दासता के भयानक जाल में फंसे हुए हैं। इन बच्चों की उम्र मात्र पांच साल है, और वे घंटों की कठिन मजदूरी में लगे रहते हैं, जिससे उनका बचपन छिन रहा है। यह बाल श्रम का भयावह दृश्य सिंध के भीतर गहरा जड़ें जमा चुका है। जब देश के शीर्ष नेता भव्य समारोहों में भाग ले रहे हैं, ऐसे में इन लाखों बच्चों का शोषण एक गंभीर चिंता का विषय है। इस संकट के समाधान के लिए तत्काल हस्तक्षेप आवश्यक है।
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