ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय (वनडे) मैच में मिली हार के बाद, भारतीय टीम की चयन रणनीति पर पूर्व क्रिकेटर आर अश्विन ने सवाल उठाए हैं। पर्थ में खेले गए इस मैच में भारत को सात विकेट से हार का सामना करना पड़ा। मैच के दौरान बारिश के कारण खेल में बार-बार बाधा आई, और भारतीय टीम 26 ओवरों में मात्र 136/9 का स्कोर ही बना सकी।
अश्विन को टीम इंडिया के प्लेइंग इलेवन में अनुभवी स्पिनर कुलदीप यादव को जगह न मिलने पर आश्चर्य हुआ। उन्होंने कहा कि टीम में तीन तेज गेंदबाजों के साथ-साथ तीन ऑलराउंडर (अक्षर पटेल, वाशिंगटन सुंदर और डेब्यू करने वाले नीतीश रेड्डी) को शामिल किया गया था। अश्विन ने अपनी समीक्षा में कहा, “मैं समझ सकता हूं कि नीतीश रेड्डी के अलावा दो स्पिनरों को क्यों खिलाया जा रहा है। इसका मकसद बल्लेबाजी में गहराई बढ़ाना है, क्योंकि अक्षर और वाशिंगटन दोनों ही अच्छी बल्लेबाजी कर सकते हैं। लेकिन क्या गेंदबाजी को भी उतनी ही प्राथमिकता नहीं मिलनी चाहिए?”
उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के बड़े मैदानों का जिक्र करते हुए कहा कि कुलदीप यादव जैसे विकेट लेने वाले गेंदबाज को टीम में होना चाहिए। अश्विन ने पूछा, “बड़े मैदानों पर अगर कुलदीप को खुलकर गेंदबाजी करने का मौका नहीं मिलेगा, तो वह कहां खेलेंगे? उनकी गेंदों में ओवरस्पिन होती है, जो उन्हें अधिक उछाल देती है।” टीम प्रबंधन ने बल्लेबाजी को और मजबूत करने के लिए हर्षित राणा को नंबर 8 पर रखा, लेकिन वह खुद नंबर 9 पर बल्लेबाजी करने आए।
अश्विन ने टीम प्रबंधन की ‘बल्लेबाजी गहराई’ की रणनीति पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “अगर ऐसा करने से टीम मैच जीतती है, तो यह ठीक है। लेकिन तब बल्लेबाजों को भी जिम्मेदारी लेनी होगी। अगर वे अतिरिक्त बल्लेबाज खिला रहे हैं, तो वे असल में बल्लेबाजी क्रम को बचा रहे हैं। मैं हमेशा कहता हूं कि अपने सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों को मौका दें। सिर्फ बल्लेबाजी का विस्तार करने के लिए किसी खिलाड़ी को न चुनें। आखिर आपको कितने ऑलराउंडरों की जरूरत है? आपके पास पहले से ही तीन हैं। अगर नीतीश रेड्डी के होने के बावजूद आप अपने सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों को नहीं खिला सकते, तो यह बात मुझे बिल्कुल समझ नहीं आई।”
बारिश से प्रभावित इस मैच में भारतीय टीम की शुरुआत खराब रही और शुरुआती झटकों से उबर नहीं पाई। ऑस्ट्रेलिया ने आसानी से लक्ष्य हासिल कर लिया। अब सबकी निगाहें एडिलेड में होने वाले दूसरे वनडे पर टिकी हैं, जहाँ भारतीय टीम वापसी करने की कोशिश करेगी।