एयर इंडिया को एक बार फिर अपनी उड़ान सेवाओं में तकनीकी खामियों का सामना करना पड़ा है। 17 अक्टूबर को, मिलान से दिल्ली आने वाली एयर इंडिया की ड्रीमलाइनर उड़ान AI138 को एक गंभीर तकनीकी समस्या के कारण अचानक रद्द कर दिया गया। इस फैसले से 250 से अधिक यात्री मिलान हवाई अड्डे पर फंसे रह गए, जिससे उनकी यात्रा योजनाएं बाधित हुईं। एयरलाइन ने स्पष्ट किया कि यात्रियों और चालक दल की सुरक्षा किसी भी परिस्थिति में पहली प्राथमिकता है।
एयर इंडिया ने सभी प्रभावित यात्रियों को पुनर्वासित करने के लिए तत्काल कदम उठाए। अधिकांश यात्रियों को 20 अक्टूबर के बाद की उड़ानों में सीट आवंटित की गई है, जिससे दिवाली के अवसर पर घर लौटने वालों को थोड़ी राहत मिली है। इसके अतिरिक्त, एयरलाइन ने फंसे हुए यात्रियों के लिए आवास और भोजन की व्यवस्था की है। हालांकि, मिलान हवाई अड्डे के आसपास होटलों की सीमित उपलब्धता के कारण, कुछ यात्रियों को दूर के होटलों में ठहराया गया, जिसकी वजह से सोशल मीडिया पर यात्रियों ने परेशानी की शिकायत की।
एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में, एक ऐसे यात्री की मदद की गई जिसका शेंगेन वीज़ा 20 अक्टूबर को समाप्त हो रहा था। यह सुनिश्चित करने के लिए कि यात्री वीजा नियमों का उल्लंघन न करे, उसे 19 अक्टूबर को मिलान से प्रस्थान करने वाली एक अन्य एयरलाइन की उड़ान में स्थानांतरित किया गया।
एयर इंडिया के एक प्रवक्ता ने यात्रियों को हुई असुविधा के लिए गहरा खेद व्यक्त किया। बयान में कहा गया, “17 अक्टूबर को मिलान-दिल्ली उड़ान AI138 का निरस्त होना विमान के तकनीकी रखरखाव की आवश्यकता के कारण हुआ, जिसमें यात्री सुरक्षा को सर्वोच्च महत्व दिया गया।” एयरलाइन ने अपने यात्रियों की सुरक्षा के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता पर जोर दिया और आश्वासन दिया कि इस दौरान सभी आवश्यक जमीनी सहायता प्रदान की जाएगी।
यह घटना एयर इंडिया के ड्रीमलाइनर विमानों में लगातार आ रही तकनीकी समस्याओं के बढ़ते क्रम का एक हिस्सा है। मिलान में फंसे यात्रियों ने इस अप्रत्याशित रद्द होने और हवाई अड्डे पर सीमित सुविधाओं से अपनी हताशा जाहिर की। एयर इंडिया ने यात्रियों को विश्वास दिलाया है कि वे सुचारू यात्रा सुनिश्चित करने और भविष्य में ऐसी समस्याओं को रोकने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं।