रांची: झारखंड आदिवासी सरना विकास समिति के एक प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार से मुलाकात कर उन्हें राज्य में चल रही अवैध धर्मांतरण की गतिविधियों से अवगत कराया। प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को सौंपे ज्ञापन में कहा कि नामकुम प्रखंड के चान्द गांव में पिछले एक वर्ष से झारखंड महाअभिषेक चर्च द्वारा अवैध रूप से टेंट लगाकर प्रार्थना सभाएं आयोजित की जा रही हैं। इन आयोजनों में दावा किया जा रहा है कि प्रभु यीशु के नाम पर प्रार्थना से गंभीर बीमारियों का इलाज संभव है, लेकिन समिति का आरोप है कि इसके पीछे लोगों का धर्म परिवर्तन कराने का गुप्त एजेंडा है।
समिति ने यह भी बताया कि इस प्रकार की प्रार्थना सभाएं और धार्मिक आयोजन राज्य के विभिन्न स्थानों पर निर्धारित हैं। इनमें अनगड़ा में ‘द जिजस इज लाईफ चर्च’ द्वारा, धुर्वा में ‘झारखंड रिवाइवल मिटिंग-2025’ और गुमला में ‘झारखंड प्रार्थना महोत्सव’ शामिल हैं। समिति ने राज्यपाल से इन आयोजनों की प्रामाणिकता की जांच करने और ऐसे सभी गैर-कानूनी, अंधविश्वास फैलाने वाले कार्यक्रमों पर रोक लगाने के लिए तत्काल कदम उठाने का अनुरोध किया है।