अफगानिस्तान की सेना ने हाल ही में हुई पाकिस्तानी हवाई हमलों के जवाब में जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा छोड़े गए हथियार, वर्दी और पैंट को सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित किया है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में अफगान सैनिक पाकिस्तानी सैनिकों की पैंट और ट्राउजर पकड़े हुए दिखाई दे रहे हैं। यह घटना पाकिस्तान द्वारा काबुल में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के ठिकानों को निशाना बनाते हुए किए गए हवाई हमलों के बाद हुई, जिसमें 15 लोगों की जान चली गई थी।
इस पाकिस्तानी हमले के जवाब में, अफगान बलों ने डूरंड रेखा के पार पाकिस्तान की कई सैन्य चौकियों पर हमला किया। रिपोर्टों के अनुसार, इस जवाबी कार्रवाई में 50 से अधिक पाकिस्तानी सैनिक हताहत हुए। अफगान बलों ने पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा छोड़े गए टैंक, भारी हथियार और उनके सैन्य वर्दी पर भी कब्जा कर लिया।
अफगान बलों के हाथों भारी नुकसान उठाने के बाद, पाकिस्तान ने बुधवार को अफगानिस्तान के साथ 48 घंटे के संघर्ष विराम की घोषणा की। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि दोनों देश “रचनात्मक बातचीत के माध्यम से इस जटिल मुद्दे का समाधान खोजने का प्रयास करेंगे।”
हालांकि, तालिबान ने पुष्टि की है कि यह युद्धविराम पाकिस्तान के अनुरोध पर ही संभव हुआ है। पहले, अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी ने स्पष्ट किया था कि काबुल किसी भी देश के साथ टकराव नहीं चाहता, लेकिन उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी दी थी कि अगर वह शांति नहीं चाहता, तो अफगानिस्तान के पास अन्य रास्ते भी उपलब्ध हैं।
सोमवार को भारत दौरे पर आए मुत्ताकी ने कहा था, “हम किसी से भी युद्ध नहीं चाहते। अफगानिस्तान में शांति स्थापित है। हमारे कई पड़ोसी देश हैं, और वे सभी हमारे साथ संतुष्ट हैं।”
पाकिस्तान का आरोप रहा है कि अफगानिस्तान अपनी जमीन का इस्तेमाल टीटीपी को पनाह देने के लिए कर रहा है। टीटीपी, जो तालिबान से जुड़ा हुआ समूह है, ने सीमा पार लगातार पाकिस्तानी सुरक्षा बलों पर हमले किए हैं। हालांकि, अफगानिस्तान ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है और कहा है कि उसकी धरती का उपयोग किसी भी पड़ोसी देश के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों के लिए नहीं किया जा रहा है।