प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के युवाओं को राज्य में सुधरते हालात का सबसे बड़ा लाभार्थी बताया है। उन्होंने कहा कि आज के युवा उस अंधकारमय काल को देखने से बच गए हैं, जब नक्सलवाद, हिंसा और लूटपाट ने बिहार को जकड़ लिया था।
भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए, पीएम मोदी ने उस समय को याद किया जब बिहार के बड़े हिस्से में नक्सल गतिविधियों के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त था। उन्होंने कहा, “नक्सलियों द्वारा रेलवे ट्रैक उड़ाना, मालगाड़ियों से कोयला-सीमेंट की लूटपाट, और शाम ढलते ही घरों में दुबकने को मजबूर लोग – यह वो बिहार था जिसे हमने देखा है।” उन्होंने आगे कहा कि आपातकालीन स्थितियों, जैसे गर्भवती महिलाओं को अस्पताल ले जाने में भी भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था।
प्रधानमंत्री ने राज्य में प्रगति और विकास पर प्रकाश डाला और कहा कि यह सुधरा हुआ माहौल विशेष रूप से 18-25 वर्ष की आयु के युवाओं के लिए फायदेमंद है। उन्होंने घोषणा की कि बिहार में “डबल दिवाली” मनाई जाएगी – एक जीएसटी के लागू होने पर और दूसरी 20 अक्टूबर को। इसके अतिरिक्त, उन्होंने 14 नवंबर को एनडीए की अपेक्षित जीत का भी जिक्र किया, जिसे वे एक और दिवाली के रूप में मनाएंगे, जिसमें बिहार की महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
पीएम मोदी ने ‘मेरा बूथ, सबसे मजबूत’ अभियान की सराहना करते हुए इसे भाजपा की जमीनी स्तर की ताकत का आधार बताया। उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर भी जोर दिया और बताया कि हाल ही में शुरू की गई ‘महिला रोजगार योजना’ के तहत 1.20 करोड़ महिलाओं के खातों में 10,000 रुपये भेजे गए हैं, जिससे वे बेहद खुश हैं। बिहार में चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है, और मतदान 6 और 11 नवंबर को होगा।