झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने प्रदेश में स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर एक बड़ा और अहम फैसला लिया है। राज्य मंत्रिमंडल ने शहरी स्थानीय निकायों के चुनाव हेतु आरक्षण रोस्टर को हरी झंडी दे दी है। इस महत्वपूर्ण निर्णय के साथ ही, झारखंड में लंबे समय से प्रतीक्षित निकाय चुनावों का मार्ग प्रशस्त हो गया है।
कैबिनेट की इस बैठक में लिए गए इस फैसले का सीधा असर प्रदेश की सभी शहरी स्थानीय निकायों पर पड़ेगा। आरक्षण रोस्टर तय होने के बाद, अब चुनाव संबंधी अन्य औपचारिकताओं को पूरा करने का काम तेजी से किया जाएगा। उम्मीद है कि चुनाव आयोग शीघ्र ही चुनाव की अधिसूचना जारी करेगा, जिससे शहरी निकायों में निर्वाचित प्रतिनिधियों का चयन संभव हो सकेगा।
यह फैसला न केवल स्थानीय स्वशासन को सशक्त करेगा, बल्कि शहरी विकास की परियोजनाओं को भी नई गति प्रदान करेगा। सरकार का मानना है कि निर्वाचित प्रतिनिधियों के आने से जमीनी स्तर पर लोगों की समस्याओं का बेहतर ढंग से समाधान किया जा सकेगा। इस निर्णय का प्रदेश की राजनीति और विकास परिदृश्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ने की पूरी संभावना है।