रांची में ‘सरदार @ 150 यूनिटी मार्च, एक भारत आत्म निर्भर भारत अभियान’ की शुरुआत राष्ट्रीय एकता के प्रणेता सरदार बल्लभ भाई पटेल को समर्पित है। इस राष्ट्रव्यापी जन अभियान के माध्यम से, भारत सरकार पटेल की 150वीं जयंती मना रही है। प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सांसद आदित्य साहू ने इस अवसर पर कहा कि यह यात्रा सरदार पटेल के ‘एकत्रित भारत’ के विजन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित एवं आत्मनिर्भर भारत’ के मिशन से जोड़ने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
साहू ने इस अभियान को जनभागीदारी से एक राष्ट्रीय आंदोलन बनाने पर जोर दिया, जो सरदार पटेल की अदम्य विरासत को सम्मानित करेगा। उन्होंने कहा कि आज देश प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के संकल्प को साकार करने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है, जो सरदार पटेल के आदर्शों का ही अनुकरण है।
प्रदेश में चलने वाले इस अभियान की रूपरेखा बताते हुए, साहू ने कहा कि राज्य के सभी जिलों में पदयात्राएं 31 अक्टूबर से शुरू होकर 25 नवंबर तक चलेंगी। यह किसी दल विशेष के लिए नहीं, बल्कि एक जन-केंद्रित पहल है। हजारों नागरिक तिरंगा थामे इस यात्रा में शामिल होंगे। हर लोकसभा क्षेत्र में तीन दिनों की पदयात्रा होगी, जिसमें प्रतिदिन 10 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी। इसके अतिरिक्त, स्वच्छता, नशा मुक्ति, योग स्वास्थ्य शिविर, और युवा संपर्क जैसे कार्यक्रमों के साथ-साथ निबंध व वाद-विवाद प्रतियोगिताएं भी आयोजित होंगी।
इस कार्यक्रम के सफल संचालन में सांसदगण ‘माई भारत’, नेहरू युवा केंद्र और एनएसएस जैसे संगठनों के साथ मिलकर काम करेंगे। यात्रा के पड़ावों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। साहू ने झारखंड की जनता, खासकर युवाओं से इस महत्वपूर्ण पदयात्रा में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने का आह्वान किया। प्रदेश उपाध्यक्ष बालमुकुंद सहाय ने बताया कि यह ऐतिहासिक यात्रा देश के युवाओं को नई दिशा और प्रेरणा प्रदान करेगी।
राष्ट्रीय स्तर पर, यात्रा के चार अलग-अलग प्रवाह निर्धारित हैं: दिल्ली से गंगा प्रवाह, जयपुर से यमुना प्रवाह, नागपुर से नर्मदा प्रवाह और मुंबई से गोदावरी प्रवाह। ये सभी प्रवाह आनंद में संगम करेंगे और अंततः केवड़िया (एकतानगर) में स्थित विशाल स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर एकत्र होंगे। झारखंड के प्रत्येक जिले से 5-5 लोगों का चयन किया गया है जो इस राष्ट्रीय यात्रा में भाग लेंगे।