महाराष्ट्र के गढ़चिरोली में आज एक चौंकाने वाला आत्मसमर्पण हुआ है। सीपीआई (माओवादी) के शीर्ष नेता मल्लोजुला वेणुगोपाल राव, जिन्हें सोनू के नाम से भी जाना जाता है, ने अपने 60 से अधिक कैडरों के साथ पुलिस के समक्ष हथियार डाल दिए। यह घटना माओवादी संगठन के लिए एक बड़ा झटका मानी जा रही है।
सितंबर में, वेणुगोपाल राव ने सार्वजनिक रूप से हथियार छोड़ने की अपनी इच्छा व्यक्त की थी। उन्होंने एक प्रेस नोट जारी कर शांति की राह अपनाने की बात कही थी, और उनके इस निर्णय को छत्तीसगढ़ और अन्य नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के कई कैडरों का समर्थन मिला। यह कदम नक्सली विचारधारा में मोहभंग और मुख्यधारा से जुड़ने की इच्छा को दर्शाता है।
यह आत्मसमर्पण पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों द्वारा चलाए जा रहे प्रभावी नक्सल विरोधी अभियानों की सफलता को दर्शाता है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के सक्रिय सहयोग और विभिन्न राज्यों की पुलिस के संयुक्त प्रयासों ने नक्सलियों पर दबाव बढ़ाया है। अधिकारियों को उम्मीद है कि इस बड़े आत्मसमर्पण से हताश अन्य नक्सली कैडर भी जल्द ही आत्मसमर्पण कर सकते हैं।
गढ़चिरोली जिला, जो लंबे समय से नक्सलियों का प्रभाव क्षेत्र रहा है, में इस तरह का आत्मसमर्पण सुरक्षाबलों के लिए एक बड़ी सफलता है। यह भारत सरकार की आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है और नक्सलवाद के खात्मे की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।