सर्दियों के आते ही दिल्ली की हवा की गुणवत्ता चिंताजनक स्तर पर पहुँचने लगी है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, सोमवार को दिल्ली का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 189 दर्ज किया गया। यह रविवार के 167 AQI की तुलना में एक महत्वपूर्ण वृद्धि है, जिससे हवा ‘मध्यम’ श्रेणी में आ गई है।
‘मध्यम’ श्रेणी का AQI बताता है कि हवा की गुणवत्ता में गिरावट आई है और यह संवेदनशील समूहों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है। दिल्ली के साथ-साथ एनसीआर (NCR) के अन्य शहर भी हवा की गुणवत्ता में कमी से प्रभावित हुए हैं। गुरुग्राम का AQI 191, ग्रेटर नोएडा का 180, और फरीदाबाद का 117 रहा, जो सभी मध्यम श्रेणी में हैं। वहीं, गाजियाबाद 204 AQI के साथ ‘खराब’ श्रेणी में पहुंच गया है।
वायु गुणवत्ता सूचकांक को समझने के लिए, 0-50 को ‘अच्छा’, 51-100 को ‘संतोषजनक’, 101-200 को ‘मध्यम’, 201-300 को ‘खराब’, 301-400 को ‘बहुत खराब’ और 401-500 को ‘गंभीर’ माना जाता है।
विभिन्न प्रमुख स्थानों पर AQI के स्तर इस प्रकार हैं:
* आनंद विहार: 374 (खराब से गंभीर की ओर)
* ITO: 196 (मध्यम)
* ओखला फेज 2: 183 (मध्यम)
* आर के पुरम: 201 (खराब)
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने मंगलवार को दिल्ली में साफ आसमान का पूर्वानुमान लगाया है, लेकिन हवा की गुणवत्ता में यह गिरावट आने वाले दिनों में एक बड़ी चुनौती पेश कर सकती है। लोगों को सतर्क रहने और बाहरी गतिविधियों को सीमित करने की सलाह दी जाती है।