झारखंड में रबी फसलों की खेती को बढ़ावा देने के लिए एक अनूठी ‘कलस्टर’ प्रणाली शुरू की जा रही है। इस नई व्यवस्था के तहत, 80 से 100 गांवों को एक साथ जोड़कर एक कलस्टर बनाया जाएगा। प्रत्येक कलस्टर की अपनी एक विशिष्ट फसल होगी, जिसे उसकी पहचान के तौर पर विकसित किया जाएगा। यह घोषणा राज्य की कृषि मंत्री, शिल्पी नेहा तिर्की ने कृषि एवं उद्यान विभाग की समीक्षा बैठक में की।
बिरसा फसल विस्तार योजना के माध्यम से, इन कलस्टरों में किसानों को 100% अनुदान पर बीज उपलब्ध कराए जाएंगे। मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाएं और यह सुनिश्चित करें कि किसानों को समय पर सरकारी लाभ मिले। रबी फसल, विशेषकर दलहन और तिलहन के उत्पादन को बढ़ाने के लिए किसानों के बीच जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे। इन अभियानों के तहत, गोष्ठियां अब प्रखंडों के बजाय सीधे पंचायतों में आयोजित की जाएंगी, ताकि जमीनी स्तर पर किसानों को योजनाओं की जानकारी दी जा सके।
इसके अतिरिक्त, रांची में एक राज्य स्तरीय कृषि व्यापार मेला आयोजित करने पर भी सहमति बनी है, जो नवंबर में होगा। मंत्री ने इस मेले की सफलता के लिए अधिकारियों को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। वर्तमान में हो रही अच्छी बारिश को देखते हुए, इस वर्ष रबी फसलों से बेहतर उपज की उम्मीद जताई जा रही है। धान की कटाई पूरी होते ही, जिलावार मांग के अनुरूप बीज की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।