काठमांडू: नेपाल के राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल को शनिवार को अचानक अस्वस्थ महसूस होने पर काठमांडू स्थित मनमोहन कार्डियोथोरेसिक वैस्कुलर एंड ट्रांसप्लांट सेंटर में भर्ती कराया गया। राष्ट्रपति के कार्यालय ने स्पष्ट किया है कि 80 वर्षीय राष्ट्रपति की तबीयत स्थिर है और वे चिकित्सकों की कड़ी निगरानी में हैं।
राष्ट्रपति पौडेल को सुबह अपने आधिकारिक निवास शीतल निवास में एक बैठक के दौरान तेज सिरदर्द और उल्टी की समस्या शुरू हुई, जिसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। त्रिवुवन विश्वविद्यालय शिक्षण अस्पताल के इस विशेष केंद्र ने एक बयान जारी कर लोगों को आश्वस्त किया है कि राष्ट्रपति पौडेल का स्वास्थ्य सामान्य है और उन पर लगातार नजर रखी जा रही है। डॉ. रत्न मणि गजुरेल, जो राष्ट्रपति की मेडिकल टीम का हिस्सा हैं, ने बताया कि सभी आवश्यक जांचें की जा रही हैं और उनकी स्थिति पर बारीकी से नजर रखी जा रही है।
**जेन जेड प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात स्थगित**
राष्ट्रपति पौडेल की अचानक तबीयत खराब होने के चलते, उनसे मिलने आए ‘जेन जेड’ (Gen Z) युवा आंदोलन के प्रतिनिधिमंडल के साथ निर्धारित बैठक को फिलहाल टाल दिया गया है। यह बैठक सोमवार को होनी थी, जिसमें युवा प्रतिनिधि विभिन्न मुद्दों, जैसे कि विरोध प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई और अंतरिम सरकार में युवाओं की भागीदारी, पर अपनी मांगें रखने वाले थे। राष्ट्रपति कार्यालय ने पुष्टि की है कि बैठक अब नई तारीख पर आयोजित की जाएगी।
**राजनीतिक व्यस्तताएं**
राष्ट्रपति पौडेल हाल के दिनों में काफी सक्रिय रहे हैं। अस्पताल में भर्ती होने से एक दिन पूर्व उन्होंने प्रधानमंत्री और अन्य प्रमुख नेताओं के साथ मिलकर 2026 के राष्ट्रीय चुनावों की तैयारियों पर चर्चा की थी। इसके अतिरिक्त, उन्होंने पिछले महीने अंतरिम सरकार में चार नए मंत्रियों को शपथ भी दिलाई थी, जिससे मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ था।
**स्वास्थ्य संबंधी पूर्व अनुभव**
यह पहली बार नहीं है जब राष्ट्रपति पौडेल को स्वास्थ्य संबंधी समस्या का सामना करना पड़ा हो। पिछले वर्ष, उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने पर विशेष विमान से दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) ले जाया गया था, जहाँ उनका इलाज हुआ था।
**युवाओं का बढ़ता रोष**
राष्ट्रपति से मिलने वाले ‘जेन जेड’ प्रतिनिधिमंडल की मुख्य मांगें हाल ही में हुए हिंसक युवा प्रदर्शनों से जुड़ी थीं। इन प्रदर्शनों में बेरोजगारी, आर्थिक मंदी और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर युवाओं का गुस्सा साफ नजर आया था। राष्ट्रपति के शीघ्र स्वस्थ होने के बाद, उम्मीद है कि वह जल्द ही अपनी जिम्मेदारियों को फिर से संभालेंगे।