रांची शहर के तीन महत्वपूर्ण बस टर्मिनल – आइटीआई बस स्टैंड, सरकारी बस डिपो और बिरसा मुंडा बस टर्मिनल खादगढ़ा – अब राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप विकसित किए जाएंगे। शहरी विकास को गति देने के उद्देश्य से, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इन तीनों बस अड्डों के आधुनिकीकरण, नवीनीकरण और जीर्णोद्धार के लिए 48.72 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है।
आइटीआई बस स्टैंड के लिए 24.77 करोड़ रुपये की लागत से इसे अत्याधुनिक बनाया जाएगा। यह तीन एकड़ क्षेत्र में निर्मित होगा, जिसमें तीन मंजिला टर्मिनल भवन, ड्राइवर कैंटीन, आधुनिक पार्किंग व्यवस्था (कार, ऑटो, ई-रिक्शा), प्रतीक्षालय, रेस्टोरेंट, डॉरमेट्री और गेस्ट रूम जैसी सुविधाएं शामिल होंगी। यहां से प्रतिदिन 416 बसों का संचालन करने की योजना है।
सरकारी बस डिपो, जो दशकों पुराना और जर्जर हो चुका है, का पुनर्निर्माण 20.19 करोड़ रुपये में होगा। इंडियन रोड कांग्रेस के मानकों पर आधारित इस नई संरचना में 1771 वर्गमीटर ग्राउंड फ्लोर और 845 वर्गमीटर प्रथम तल पर बस वे, प्रतीक्षालय, फूड कियोस्क, गार्ड रूम, मेंटेनेंस एरिया और पार्किंग जैसी सुविधाएं होंगी। यह डिपो रोजाना लगभग 512 बसों के आवागमन को संभालेगा।
बिरसा मुंडा बस टर्मिनल खादगढ़ा का जीर्णोद्धार 3.76 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा। 11.6 एकड़ के इस परिसर को अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए 31 बस वे, बड़ी पार्किंग क्षमता, स्मार्ट शेड, 50-बेड डॉरमेट्री, रेस्टरूम, गेस्टहाउस, महिला सुरक्षा की विशेष व्यवस्था और बेहतर लैंडस्केपिंग शामिल की जाएगी।
शहरी विकास एवं आवास मंत्री सुदिव्य कुमार द्वारा स्वीकृत इस परियोजना के कार्यान्वयन की जिम्मेदारी जुडको को सौंपी गई है। प्रधान सचिव सुनील कुमार ने जुडको को निर्देश दिया है कि टेंडर प्रक्रिया को तेजी से पूरा कर निर्माण कार्य शुरू किया जाए। इन सभी विकास कार्यों के पूरा होने के बाद, रांची के बस टर्मिनल यात्रियों को बेहतर सुरक्षा, स्वच्छता और आधुनिक सुविधाओं के साथ एक विश्वस्तरीय अनुभव प्रदान करेंगे, जो पूरे देश के लिए एक आदर्श बनेंगे।