बिहार में लोकसभा चुनावों के लिए NDA में सीट बंटवारे का पेच आखिरकार सुलझ गया है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) और जनता दल (यूनाइटेड) (JDU) ने अपने गठबंधन सहयोगियों, विशेष रूप से लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) (LJP-RV) के चिराग पासवान और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के जीतन राम मांझी की मांगों को पूरा करते हुए, सीटों का वितरण कर दिया है। इस समझौते से गठबंधन में शामिल छोटे दलों को महत्वपूर्ण तवज्जो मिली है।
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, चिराग पासवान की LJP-RV को 26 सीटें दी गई हैं। यह संख्या चिराग पासवान की अपेक्षा से थोड़ी कम हो सकती है, क्योंकि उन्होंने 2020 के चुनावों में जदयू को नुकसान पहुंचाने के अपने इतिहास को देखते हुए 35 सीटों की मांग की थी। तब LJP ने अकेले 135 सीटों पर चुनाव लड़कर जदयू को लगभग 25 सीटों पर हार का मुंह दिखाया था।
दूसरी ओर, जीतन राम मांझी, जिन्होंने कथित तौर पर 15 सीटों की मांग की थी, उन्हें पिछले चुनाव से एक सीट ज्यादा यानी आठ सीटें मिलने की उम्मीद है। उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोकतान्त्रिक पार्टी (RLP) को भी लगभग सात सीटें मिलने का आसार है। इन साझेदारियों के साथ, NDA में 41 सीटों पर सहमति बन गई है, जबकि शेष 202 सीटों पर बीजेपी और जदयू अपने उम्मीदवार उतारेंगे। दोनों प्रमुख दल, भाजपा और जदयू, लगभग 100-101 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं।
इस बीच, दिल्ली में भाजपा नेताओं की बैठक हो रही है, जहां सीट बंटवारे को अंतिम रूप देने और औपचारिक घोषणा पर चर्चा की जा रही है। बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि एनडीए की आगामी बैठक का लक्ष्य बेहतर शासन और भ्रष्टाचार मुक्त राजनीति को बढ़ावा देना है।
आगामी चुनाव में NDA गठबंधन, जिसका नेतृत्व भाजपा और जदयू कर रहे हैं, का मुकाबला तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले INDIA गठबंधन से होगा। INDIA गठबंधन में कांग्रेस, वामपंथी दल (CPI-ML, CPI, CPM) और मुकेश सहनी की VIP पार्टी भी शामिल हैं। इसके अलावा, प्रशांत किशोर की जन सुराज भी सभी 243 सीटों पर अपनी दावेदारी पेश कर रही है। इस महत्वपूर्ण चुनावी मुकाबले के नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।