कोडरमा: विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के उपलक्ष्य में, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, कोडरमा ने विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ मिलकर जीवोदया संस्थान में एक विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया। इस पहल में हैंड इन हैंड इंडिया, चिल्ड्रेन ऑफ इंडिया फाउंडेशन, लायंस क्लब कोडरमा, और मारवाड़ी युवा मंच ने सक्रिय भागीदारी निभाई। यह आयोजन जिला विधिक सेवा प्राधिकार, कोडरमा के अध्यक्ष, बाल कृष्ण तिवारी के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित जिला विधिक सेवा प्राधिकार, कोडरमा के सचिव, गौतम कुमार ने मानसिक रोगियों के प्रति समाज के दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्तियों के साथ दया और सहानुभूति का व्यवहार किया जाना चाहिए, ताकि वे स्वयं को समाज से कटा हुआ महसूस न करें। कुमार ने कहा, “मानसिक रोगियों को दवाओं से अधिक भावनात्मक सहारे की आवश्यकता होती है।” उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकार किसी भी व्यक्ति को, चाहे वह मानसिक रूप से पीड़ित हो या आर्थिक रूप से कमजोर, न्याय दिलाने के लिए तत्पर है।
मारवाड़ी युवा मंच के अध्यक्ष, राहुल जैन ने मानसिक दिव्यांगों को समाज की मुख्यधारा में एकीकृत करने के महत्व को रेखांकित किया और कहा कि यह आज के दिवस का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने जिला विधिक सेवा प्राधिकार की इस प्रयास में महत्वपूर्ण भूमिका को सराहा। लायंस क्लब कोडरमा के डिस्ट्रिक्ट चेयरपर्सन, सुजीत कुमार अम्बष्ठा ने मानसिक रोगों के मूल कारणों का पता लगाने और उन पर विचार करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने लोगों से आधुनिक गैजेट्स, जैसे मोबाइल और टीवी, के अत्यधिक उपयोग से बचने का आग्रह किया।
सखी वन स्टॉप सेंटर की नोडल पदाधिकारी, अर्चना ज्वाला ने जीवोदया संस्थान के कार्यों की प्रशंसा की, जिसे उन्होंने मानसिक रोगियों की सेवा के क्षेत्र में एक अनुकरणीय उदाहरण बताया। मारवाड़ी युवा मंच के संजय अग्रवाल ने कहा कि ऐसे शिविर मानसिक रूप से दिव्यांग व्यक्तियों के लिए महत्वपूर्ण हैं और उनके विकास में सहायक सिद्ध होंगे। हैंड इन हैंड इंडिया के प्रोग्राम मैनेजर, रूपेश कुमार ने कहा कि जीवोदया में नियमित रूप से आकर मानसिक रोगियों के साथ समय बिताना और प्रेम बांटना उन्हें सच्ची खुशी देता है।
चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. आशीष राज और हॉली फैमिली नर्सिंग स्कूल की उप-प्राचार्य, सिस्टर शालोमी ने भी जीवोदया के योगदान की भूरि-भूरि प्रशंसा की और सभी सहयोगी संस्थाओं का आभार व्यक्त किया। जीवोदया की सिस्टर रोनिता ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कार्यक्रम को सफल बनाया। कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत गान से हुई, जिसके बाद अतिथियों को पुष्पगुच्छ भेंट किए गए। कार्यक्रम का संचालन न्यायालयकर्मी रणजीत कुमार सिंह ने किया। इस अवसर पर विभिन्न संस्थाओं द्वारा जीवोदया को फल, बिस्कुट, हॉर्लिक्स, सैनिटरी पैड, कपड़े, तेल, साबुन, टूथपेस्ट, ब्रश, वाशिंग पाउडर और हवाई चप्पल जैसी आवश्यक वस्तुएं दान कर सहयोग प्रदान किया गया।