अफगानिस्तान की राजधानी काबुल शनिवार को अल-सुबह एक बड़े सैन्य अभियान का गवाह बनी, जब पाकिस्तानी वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने कथित तौर पर तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के ठिकानों पर जोरदार हवाई हमले किए। इन हमलों से शहर में धमाकों की गूंज सुनाई दी, जिससे नागरिकों में भय और अनिश्चितता का माहौल पैदा हो गया।
अफगान तालिबान के प्रवक्ता ज़बीहुल्लाह मुजाहिद ने स्वीकार किया कि शहर में विस्फोट की आवाज़ें सुनी गई हैं। उन्होंने नागरिकों को आश्वस्त करने का प्रयास करते हुए कहा कि “चिंता की कोई बात नहीं है, सब कुछ ठीक है।” उन्होंने आगे बताया कि घटना की जांच जारी है और फिलहाल किसी भी नुकसान की कोई रिपोर्ट नहीं आई है। सोशल मीडिया पर जारी उनके संदेश में कहा गया था, “काबुल में एक विस्फोट की आवाज सुनी गई। लेकिन कोई भी चिंता न करे, यह सब ठीक है, घटना की जांच चल रही है, अब तक किसी भी नुकसान की कोई रिपोर्ट नहीं दी गई है।”
रिपोर्टों के अनुसार, इन हवाई हमलों का मुख्य लक्ष्य टीटीपी के अमीर नूर वली महसूद थे, और यह आशंका जताई जा रही है कि वे इन हमलों में मारे गए हैं। सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट्स में यह भी दावा किया गया है कि “पाकिस्तान वायु सेना ने काबुल में तालिबान आतंकवादी संगठन के खिलाफ एक सटीक हवाई हमला किया है। पाकिस्तान आज रात तालिबान नेतृत्व को बुरी तरह दंडित कर रहा है।”
काबुल के निवासियों ने रात के उस वक्त को बेहद खौफनाक बताया जब अज्ञात लड़ाकू विमानों ने शहर के कई इलाकों को निशाना बनाया। मध्य और उत्तरी काबुल के जिलों में भारी धमाकों से लोग घबराकर जाग गए। सोशल मीडिया पर साझा की गई तस्वीरों और वीडियो से यह संकेत मिलता है कि हमलों के बाद भी आसमान में लड़ाकू विमान सक्रिय थे।
इस हवाई कार्रवाई में कई नागरिकों के घरों को भी नुकसान पहुंचने की खबरें हैं। प्रत्यक्षदर्शियों और सोशल मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, काबुल के शार-ए-नॉ, दास-त-ए-बार्ची, ख्वाजा रवाश और खैर्खना जैसे इलाकों में हमले हुए। एक वाहन के भी इस हमले में नष्ट होने की खबर है।
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब अफगानिस्तान के विदेश मंत्री भारत की यात्रा पर हैं। इन हमलों को लेकर तालिबान-समर्थक समूहों ने पाकिस्तान के भीतर जवाबी हमले करने की धमकी दी है, जिसमें आत्मघाती हमले भी शामिल हो सकते हैं। अंतरराष्ट्रीय विश्लेषकों का मानना है कि यदि यह पुष्टि हो जाती है, तो यह घटना पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच संबंधों में एक खतरनाक मोड़ साबित हो सकती है।
यह पहली बार है जब पाकिस्तान ने काबुल की धरती पर सीधे हवाई हमले किए हैं, जिससे क्षेत्रीय तनाव चरम पर पहुंच गया है। काबुल प्रशासन अभी भी हमलों के प्रभावों का पूरी तरह से मूल्यांकन कर रहा है और हताहतों की संख्या की पुष्टि करने के लिए जांच में जुटा है।