35 वर्षीय लोकप्रिय पंजाबी गायक और अभिनेता राजवीर जवंडा को आज, 9 अक्टूबर 2025 को, उनके पैतृक गांव पौना, लुधियाना में भावुक माहौल में अंतिम विदाई दी गई। जवंडा का निधन बुधवार को अस्पताल में इलाज के दौरान हो गया, जिसने पूरे संगीत जगत को झकझोर दिया है।
**दुर्घटना के बाद 11 दिनों से थे जिंदगी और मौत से जंग**
राजवीर जवंडा 27 सितंबर 2025 को एक गंभीर सड़क दुर्घटना में घायल हो गए थे। वे बद्दी से पिंजौर की ओर जा रहे थे जब यह हादसा हुआ। दुर्घटना के बाद उन्हें फोर्टिस मोहाली अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहाँ वे पिछले 11 दिनों से वेंटिलेटर पर थे। बुधवार को, जीवन रक्षक प्रणाली पर होने के बावजूद, वे अंतिम सांस लेने में सफल रहे।
**अंतिम संस्कार के लिए उमड़ी भीड़**
उनकी अंतिम यात्रा में सैकड़ों की संख्या में प्रशंसक, परिजन और साथी कलाकार शामिल हुए। पौना गांव में आयोजित अंतिम संस्कार के मौके पर नम आंखों से सभी ने उन्हें विदाई दी। गायक अम्मी विर्क ने सोशल मीडिया पर राजवीर के अंतिम संस्कार की जानकारी साझा करते हुए लिखा, “वाहेगुरु जी”, और अपने दुख को व्यक्त किया।
**संगीत जगत में मातम**
राजवीर जवंडा अपने हिट गानों जैसे ‘सरदारी’, ‘कंगनी’, ‘दो नी सजना’, ‘जोर’ और ‘सोहनी’ के लिए जाने जाते थे। उनके अचानक चले जाने से पंजाबी संगीत उद्योग में शोक की लहर है। दिलजीत दोसांझ, सोनम बाजवा, हिमांशी खुराना जैसे कई बड़े नामों ने सोशल मीडिया पर उनके प्रति संवेदना व्यक्त की है और उन्हें एक प्रतिभाशाली कलाकार बताया है।
**अभिनय में भी था दमदार प्रदर्शन**
संगीत के अलावा, राजवीर जवंडा ने अभिनय में भी अपनी पहचान बनाई थी। उन्होंने 2018 में फिल्म ‘सुबेदार जोगिंदर सिंह’ से अभिनय की शुरुआत की थी। इसके बाद वे ‘कका जी’, ‘जिंद जान’, ‘मिंदो ताहसील्दर्नी’ और ‘सिकंदर 2’ जैसी फिल्मों में भी नजर आए। उनका निधन पंजाबी मनोरंजन जगत के लिए एक बड़ी क्षति है।