मारुति सुजुकी, जो देश की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी है, वित्त वर्ष 2025-26 में 4 लाख से अधिक वाहनों के निर्यात का लक्ष्य लेकर चल रही है। कंपनी ने अप्रैल से सितंबर 2025 के बीच ही 2 लाख से अधिक यूनिट्स को विदेशों में भेज दिया है। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी।
सितंबर 2025 में, मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने 42,204 वाहनों का निर्यात किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 52% अधिक है। पिछले साल सितंबर में कंपनी ने 27,728 यूनिट्स भेजी थीं। मारुति सुजुकी इंडिया के सीनियर एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (कॉरपोरेट अफेयर्स) के अनुसार, पहली तिमाही (Q1) में लगभग 1.10 लाख वाहनों का निर्यात किया गया, और अप्रैल-सितंबर के छह महीनों में कुल 2.07 लाख से अधिक यूनिट्स भेजी गईं। इससे स्पष्ट है कि कंपनी 4 लाख यूनिट के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में सही ढंग से आगे बढ़ रही है।
अधिकारी ने आगे बताया कि मारुति सुजुकी का निर्यात, देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी के निर्यात से दोगुना है। भारत में लगभग 18 कंपनियां हैं, लेकिन मारुति सुजुकी का निर्यात दूसरे सबसे बड़े निर्यातक से भी दोगुना है। घरेलू बाजार में मारुति सुजुकी की मजबूत पकड़ की तरह ही, विदेशी बाजारों में भी कंपनी का दबदबा लगातार बढ़ रहा है। चार साल पहले, कंपनी प्रति वर्ष लगभग 1 लाख वाहनों का निर्यात करती थी, लेकिन अब केवल दूसरी तिमाही में ही 1 लाख से अधिक यूनिट्स भेजी गई हैं। FY21 में कंपनी ने 96,139 यूनिट्स का निर्यात किया था।
इसके अतिरिक्त, कंपनी ने अगस्त और सितंबर 2025 में अपनी इलेक्ट्रिक कार eVITARA की 6,068 यूनिट्स का भी निर्यात किया है। यह ‘मेक इन इंडिया’ पहल के लिए एक मजबूत संकेत है। भारत में निर्मित कारें अब दुनिया भर में अपनी पहचान बना रही हैं। हाल ही में भारत द्वारा जिन देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौते (FTA) किए गए हैं, उनसे निर्यात बढ़ाने में मदद मिली है।
FY26 की पहली छमाही में Fronx, Jimny, Swift, Baleno और Dzire कंपनी की सबसे अधिक निर्यात की जाने वाली कारें रहीं। दक्षिण अफ्रीका, जापान, सऊदी अरब, चिली और कोलंबिया मारुति सुजुकी के लिए सबसे महत्वपूर्ण विदेशी बाजार साबित हुए।