नेपाल में भारी बारिश, भूस्खलन और बाढ़ से हुई तबाही पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख व्यक्त किया है। उन्होंने नेपाल के लोगों के प्रति एकजुटता व्यक्त करते हुए हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, पूर्वी नेपाल में प्राकृतिक आपदा के कारण 42 लोगों की मौत हो गई है और कई लोग लापता हैं। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर अपने संवेदना संदेश में कहा कि भारत इस मुश्किल घड़ी में नेपाल की जनता और सरकार के साथ है। उन्होंने कहा कि भारत एक मित्रवत पड़ोसी और संकट के समय में सबसे पहले मदद करने वाले के रूप में हमेशा नेपाल के साथ खड़ा रहेगा।
सबसे अधिक प्रभावित इलाम जिले में 37 लोगों की जान गई है। खराब मौसम के कारण त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर घरेलू उड़ानें भी निलंबित कर दी गई हैं। नेपाली सेना बचाव और राहत कार्यों में लगी हुई है और प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को निकालने की कोशिश कर रही है।
बाढ़ के खतरे को देखते हुए, अधिकारियों ने काठमांडू घाटी में अगले तीन दिनों के लिए वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया है। राष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण और प्रबंधन प्राधिकरण ने लोगों से अगले तीन दिनों तक लंबी दूरी की यात्रा से बचने का आग्रह किया है।