मध्य प्रदेश में, छिंदवाड़ा में कफ सिरप पीने से बच्चों की मृत्यु के मामले में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने त्वरित कार्रवाई की है। इस त्रासदी में कई बच्चों, जिनमें ज्यादातर 5 साल से कम उम्र के थे, की जान चली गई। मुख्यमंत्री ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और तुरंत कोल्ड्रिफ सिरप की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया, जो मध्य प्रदेश में बेची जा रही थी। इसके अतिरिक्त, उन्होंने इस दवा कंपनी के अन्य उत्पादों की बिक्री पर भी रोक लगा दी है।
यह ध्यान देने योग्य है कि मध्य प्रदेश और राजस्थान में इस कफ सिरप के कारण कई बच्चे बीमार हो गए थे, जिसमें 12 बच्चों की मृत्यु भी शामिल है। इस सिरप से प्रभावित अधिकांश बच्चे मध्य प्रदेश के थे। सरकार ने बच्चों को बीमार करने वाले इस कफ सिरप की जांच के लिए नमूने भेजे थे।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के माध्यम से अपनी संवेदना व्यक्त की, जिसमें उन्होंने छिंदवाड़ा में हुई बच्चों की मृत्यु को दुखद बताया। उन्होंने कहा कि कोल्ड्रिफ सिरप की बिक्री को पूरे मध्य प्रदेश में प्रतिबंधित कर दिया गया है और कंपनी के अन्य उत्पादों की बिक्री पर भी रोक लगाई जा रही है।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि सिरप बनाने वाली फैक्ट्री कांचीपुरम में स्थित है, जिसके कारण तमिलनाडु सरकार से जांच के लिए अनुरोध किया गया था। जांच रिपोर्ट के आधार पर कड़ी कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर कार्रवाई चल रही थी और राज्य स्तर पर भी जांच के लिए एक टीम गठित की गई है। दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।