वेस्टइंडीज के विरुद्ध अहमदाबाद टेस्ट मैच की पहली पारी में ध्रुव जुरेल ने शानदार 125 रनों की पारी खेलकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इस उत्कृष्ट प्रदर्शन ने न केवल भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया, बल्कि जुरेल ने प्लेइंग इलेवन में अपनी जगह सुनिश्चित करने का भी मजबूत दावा पेश किया। हालांकि, यह मौका उन्हें ऋषभ पंत की चोट के कारण मिला, जो इस सीरीज से बाहर हैं। पंत की अनुपस्थिति में जुरेल ने न केवल विकेटकीपिंग का दायित्व संभाला, बल्कि बल्ले से भी अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया।
अब प्रश्न यह है कि पंत की वापसी के बाद क्या जुरेल को प्लेइंग इलेवन से बाहर होना पड़ेगा? पंत लंबे समय से भारतीय टेस्ट टीम में पहली पसंद के विकेटकीपर रहे हैं और उनकी आक्रामक बल्लेबाजी और कीपिंग को देखते हुए उनकी जगह सुनिश्चित मानी जा रही है। जुरेल ने अवसर का लाभ उठाया है, लेकिन पंत की जगह के लिए कोई खतरा नहीं दिख रहा है। फिर भी, जुरेल के प्रदर्शन ने चयनकर्ताओं के लिए एक नई चुनौती खड़ी कर दी है।
इस बीच, जुरेल के शतक ने युवा बल्लेबाज साई सुदर्शन पर दबाव डाला है। सुदर्शन ने अपने टेस्ट करियर में अब तक 4 मैचों की 7 पारियों में केवल एक अर्धशतक बनाया है। अहमदाबाद टेस्ट की पहली पारी में भी वह केवल 7 रन बनाकर आउट हो गए। सुदर्शन के बल्ले से बड़ी पारी न आने के कारण उनकी जगह पर सवाल उठ रहे हैं। यदि सुदर्शन जल्द ही अपने प्रदर्शन में सुधार नहीं करते हैं, तो जुरेल उनकी जगह एक मजबूत विकल्प के रूप में उभर सकते हैं और बल्लेबाज के रूप में प्लेइंग इलेवन में बने रह सकते हैं।
ध्रुव जुरेल ने टीम इंडिया के लिए अब तक 6 टेस्ट मैचों की 9 पारियों में 380 रन बनाए हैं। उनका औसत 47.50 रहा है, जिसमें 1 शतक और 1 अर्धशतक शामिल है। उन्हें इस वर्ष इंग्लैंड सीरीज के दौरान भी एक मैच में खेलने का अवसर मिला था, तब भी पंत चोट के कारण बाहर थे। जुरेल ने विकेटकीपिंग में भी अपनी छाप छोड़ी है। उन्होंने विकेटकीपिंग करते हुए 12 कैच पकड़े हैं और 2 स्टंपिंग भी की हैं।