बीजेपी ने राज्यसभा सांसद आदित्य साहू को झारखंड इकाई का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है। साहू ने इस नियुक्ति के लिए पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पार्टी और राष्ट्रहित उनके लिए सबसे महत्वपूर्ण हैं और वे ईमानदारी, प्रतिबद्धता और समर्पण के साथ पार्टी की सेवा करते रहेंगे।
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने यह नियुक्ति की है। साहू, रवींद्र कुमार राय की जगह लेंगे, जिन्हें पिछले साल विधानसभा चुनावों से पहले कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था। झारखंड मुक्ति मोर्चा ने विधानसभा चुनाव में बीजेपी को हराया था। साहू 2022 में राज्यसभा के लिए चुने गए थे।
रवींद्र कुमार राय को एक साल के भीतर ही पद से हटाए जाने का निर्णय पार्टी के राज्य इकाई को मजबूत करने की रणनीति का हिस्सा है। साहू ने पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा को धन्यवाद दिया।
साहू ने रांची में कहा कि वे 1980 से बीजेपी कार्यकर्ता हैं और पार्टी के लिए समर्पित रहेंगे। उनके लिए पार्टी और राष्ट्रीय हित सबसे ऊपर हैं।
नवनियुक्त कार्यकारी अध्यक्ष आदित्य साहू ने कहा कि वे अपनी नई जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा से निभाएंगे। उन्होंने कहा कि वे संगठन के नेताओं के विश्वास पर खरे उतरेंगे।
साहू ने बताया कि कैसे 1980 में, जब वे मैट्रिक के छात्र थे, उन्हें चुनाव के दौरान पर्ची काटने का काम दिया गया था। उन्होंने कहा कि पार्टी ने उन्हें जिला उपाध्यक्ष बनाया और कई बार प्रदेश कार्यसमिति का सदस्य भी बनाया। उन्होंने झारखंड बीजेपी में संगठन महामंत्री के रूप में भी काम किया।
ओबीसी समुदाय से आने वाले आदित्य साहू को झारखंड बीजेपी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर पार्टी ने ओबीसी वोट बैंक को साधने की कोशिश की है। साहू रांची के कूचु गांव के रहने वाले हैं और चार दशकों से बीजेपी से जुड़े हुए हैं। वे वर्तमान में राज्यसभा सांसद हैं और उनकी जनता के बीच अच्छी पकड़ है। उन्होंने लंबे समय तक बच्चों को पढ़ाया भी है।