बीजापुर, छत्तीसगढ़ में 103 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया, जो राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण घटना है। आत्मसमर्पण करने वालों में कई बड़े नक्सली कमांडर भी शामिल थे, जिन पर सरकार ने इनाम घोषित कर रखा था। आत्मसमर्पण के बाद, सभी नक्सलियों को छत्तीसगढ़ सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के तहत 50,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी गई।
सरकार की नई नीति के तहत, आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को जमीन, आवास और शिक्षा जैसी विभिन्न सहायता प्रदान की जाएगी। अधिकारियों के अनुसार, इस वर्ष अब तक बीजापुर जिले में 410 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि माओवादी संगठन में हताशा बढ़ रही है, जिसका कारण नेतृत्व की हानि, आंतरिक मतभेद, सड़क और विकास कार्यों का असर और सुरक्षा बलों की बढ़ती कार्रवाई है। सरकार का लक्ष्य 2026 तक देश से नक्सलवाद को समाप्त करना है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस घटना को शांति और विकास की जीत बताया और कहा कि सरकार का लक्ष्य 31 मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ को पूरी तरह से नक्सल मुक्त बनाना है।