ईरान और इज़राइल के बीच हालिया तनाव के दौरान, तुर्की ने कूटनीतिक स्तर पर ईरान का समर्थन किया था, लेकिन अब उसने एक बड़ा बदलाव किया है। तुर्की ने ईरान से जुड़े कई संगठनों और कंपनियों पर प्रतिबंध लगाकर ईरान के खिलाफ कार्रवाई की है।
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैय्यप एर्दोआन के निर्देश पर, तुर्की सरकार ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम से जुड़े संगठनों की संपत्तियों को फ्रीज़ कर दिया है। इस फैसले को तुरंत लागू कर दिया गया है।
इस प्रतिबंध में ईरान के ऊर्जा, बैंकिंग, शिपिंग और अनुसंधान क्षेत्रों की कई प्रमुख कंपनियां शामिल हैं। इसमें ईरान की एटॉमिक एनर्जी ऑर्गेनाइजेशन, बैंक सेपाह और यूरेनियम संवर्धन से जुड़ी कई संस्थाएं शामिल हैं।
यह कदम संयुक्त राष्ट्र द्वारा ईरान पर पहले से हटाए गए प्रतिबंधों को फिर से लागू करने के बाद उठाया गया है। तुर्की ने पहले भी संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों का समर्थन किया है।
तुर्की और ईरान के बीच आर्थिक और राजनीतिक संबंध जटिल हैं, लेकिन तुर्की ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर वैश्विक दबाव का समर्थन करने का संकेत दिया है।
संक्षेप में, तुर्की का यह कदम ईरान के लिए एक महत्वपूर्ण झटका है।