सितंबर में ऑटोमोबाइल खुदरा बिक्री में गिरावट देखी गई, लेकिन त्योहारी सीजन की शुरुआत से पहले मांग में वृद्धि हुई, जिससे ऑटो निर्माताओं को राहत मिली। वाहन पोर्टल के आंकड़ों के अनुसार, सितंबर में पिछले साल की तुलना में कम गाड़ियां पंजीकृत हुईं।
विशेषज्ञों के अनुसार, सितंबर की बिक्री के कुछ आंकड़े अक्टूबर में शामिल किए जाएंगे। महीने के शुरुआती हफ्तों में ग्राहकों ने त्योहारों पर मिलने वाली छूट और जीएसटी दरों में बदलाव का इंतजार किया, जिससे खरीदारी टल गई।
नवरात्रि की शुरुआत के साथ ही बिक्री में तेजी आई, खासकर पैसेंजर कार और टू-व्हीलर सेगमेंट में। मारुति सुजुकी ने कुछ ही दिनों में बड़ी संख्या में गाड़ियां बेचीं, जिससे महीने के अंत में रिकवरी हुई।
सितंबर के आंकड़ों की तुलना पिछले साल से करना उचित नहीं है, क्योंकि इस बार त्योहारों का समय अलग था। 2024 में नवरात्रि अक्टूबर में शुरू हुई थी, जबकि इस बार सितंबर के अंत से ही मांग बढ़ने लगी।
ऑटो उद्योग अक्टूबर में फेस्टिव सीजन और शादी के सीजन के कारण आगे की उम्मीदें लगाए हुए है। नई जीएसटी दरें भी विकास को बढ़ावा देंगी, जिसमें विभिन्न प्रकार की कारों पर अलग-अलग टैक्स दरें शामिल हैं।