चंडीगढ़ नगर निगम की बैठक में आज भारी हंगामा हुआ, जिससे सदन में अराजकता की स्थिति बन गई। भाजपा, आप और कांग्रेस के पार्षदों के बीच तीखी बहस हुई, जिसके परिणामस्वरूप कई पार्षदों को मार्शल द्वारा बाहर निकाला गया। विपक्षी पार्षदों ने भाजपा मेयर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और नारेबाजी की।
विपक्षी दलों, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने मेयर पर मनमानी करने का आरोप लगाया। मेयर ने दावा किया कि तीन पार्षदों ने बैठक के मिनट्स की कॉपी फाड़कर उनके ऊपर फेंकी, जिसके बाद उन्होंने बैठक को आगे नहीं चलाने का फैसला किया।
आप और कांग्रेस पार्षदों ने आरोप लगाया कि पिछली बैठक के मिनट्स में हेरफेर किया गया था और उन्हें गलत तरीके से बाहर निकाला गया।
बैठक लगभग एक घंटे तक हंगामे से भरी रही। स्थिति तब और बिगड़ गई जब कांग्रेस पार्षदों ने पिछली बैठक के मिनट्स की कॉपियों को फाड़ दिया और मेयर के सामने फेंक दिया। मेयर हरप्रीत कौर बबला ने पार्षदों को सदन से बाहर निकालने का आदेश दिया, जिन्होंने हंगामे में भाग लिया और मिनट्स फाड़े।
मेयर हरप्रीत ने सीनियर डिप्टी मेयर जसवीर सिंह बंटी, डिप्टी मेयर तरुण मेहता और पार्षद प्रेमलता को भी मिनट्स फाड़ने के आरोप में सदन से बाहर निकालने का आदेश दिया। इसके बाद, हंगामा और बढ़ गया, जिसके कारण मार्शलों को हस्तक्षेप करना पड़ा। बैठक को 10 मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया।